भोपाल। मध्य प्रदेश के मुरैना में बसपा प्रत्याशी करतार सिंह भड़ाना के प्रचार के लिए आई बसपा प्रमुख मायावती ने कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने गुना में जो किया उसके लिए उसे भारी कीमत चुकाना पड़ेगी। यही नहीं उन्होंंने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस नतीजा भुगतने के लिए तैयार रहे। कांग्रेस के अलावा उन्होंने बीजेपी को भी आड़े हाथोंं लिया। उन्होंने कहा कि अब बीजेपी के भी दिन लद गए हैं। हाल ही में गुना से बसपा उम्मीदवार कांग्रेस में शामिल हो गए। जिसके बाद से ही मायावती के तीखे तेवर देखने को मिल रहे हैं|
मायावती ने राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकारी मशीनरी का गलत इस्तेमाल किया जा रहा है और बसपा के उम्मीदवारों को डराया-धमकाया जा रहा है। यही नहीं उन्होंने कांग्रेस पर सीधे तौर पर बसपा प्रत्याशी को खरीदने का आरोप भी लगा दिया। उन्होंने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि एमपी में कांग्रेसे ने अधिक समय तक राज किया है। लेकिन दलित और शोषितों को आरक्षण का सही लाभ नही दिया गया। उन्होंने गुना प्रत्याशी के बारे में भी जममकर भड़ास निकाली। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने बसपा प्रत्याशी को खरीदकर नुकसान पहुंचाया है। उन्होंने एक बार फिर कांग्रेस को धमकाते हुए आने वाले समय में परीणाम भुगतने की चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि इसका ब्याज समेत बदला लिया जाएगा। उन्होंंने उत्तर प्रदेश की राजनीति का जिक्र करते हुए कहा कि एक बार बीजेपी ने हमें धोका दिया था। जिसके बाद हमने केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार गिरा दी थी। इसलिए कांग्रेस ने जो किया है उसे वह भुगतना पड़ेगा। हम लोकसभा चुनाव के बाद कांग्रेस को करारा जवाब देंगे।
गौरतलब है कि बहुजन समाज पार्टी ने गुना संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस के ज्यातिरादित्य सिंधिया के खिलाफ लोकेन्द्र सिंह राजपूत को प्रत्याशी बनाया था। बसपा प्रत्याशी ने सिंधिया पर आरोप लगाते हुए चुनाव प्रचार भी शुरू कर दिया था, लेकिन अचानक बदले राजनीतिक घटनाक्रम के बाद बसपा प्रत्याशी ने कांग्रेस के कार्यक्रम के शामिल होकर सिंधिया को समर्थन देने का ऐलान कर दिया। इससे पहले उन्होंने कांग्रेस की सदस्यता भी ली। बसपा प्रत्याशी को कांग्रेस में शामिल कराए जाने के फैसले से बसपा सुप्रीमो भड़क गई और उन्होंने ट्वीट कर मप्र कांग्रेस पर सत्ता का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए समर्थन वापसी पर पुनर्विचार करने की चेतावनी भी दे डाली| हालांकि कांग्रेस का कहना है कि बसपा प्रत्याशी ने अपनी मर्जी से कांग्रेस का हाथ थामा है| मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार को बसपा के दो विधायकों का समर्थन है, माया की नाराजगी कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ा सकती हैं|