भोपाल | मध्य प्रदेश में 15 साल बाद सत्ता का वनवास खत्म कर कांग्रेस सरकार बनाने में सफल हुई है| लेकिन भितरघात और बागियों ने कांग्रेस की मुश्किल बढ़ाई है| यही है कारण है कि पार्टी चुनाव में नुकसान पहुँचाने वालो पर कार्रवाई करने की तैयारी में है| वहीं विधानसभा चुनाव में प्रदेश में हारे हुए सभी कांग्रेस प्रत्याशियों को 3 जनवरी को भोपाल बुलवाया गया है। यहां पर मुख्यमंत्री कमलनाथ सभी प्रत्याशियों से हार के कारण पूछेंगे। कमलनाथ सभी हारे हुए प्रत्याशियों से अलग अलग सीधी बात करेंगे|
बैठक में हार के कारण, किन सीटों पर भितरघात हुआ, आगे क्या सुधार करना चाहिए, इन मुद्दों को लेकर सभी प्रत्याशियों से चर्चा की जाएगी। इस दौरान प्रदेश, जिला एवं ब्लाक संगठनों ने चुनाव के दौरान कितना सहयोग किया इसकी जानकारी भी ली जायेगी| इसके अलावा प्रत्याशियों से यह भी पुछा जाएगा स्थानीय और जिला संगठन ने कितना सहयोग किया| इसके आधार पर कई जिला अध्यक्षों और ब्लॉक अध्यक्षों सहित अन्य पदाधिकारियों पर गाज गिर सकती है| इस बैठक में प्रदेश भर से हारे हुए 115 कांग्रेस प्रत्याशियों को बुलाया गया है| इससे पहले पार्टी की अनुशासन समिति के पास करीब 135 शिकायतें आई हैं। जिनमे पूर्व मंत्री, पूर्व विधायक समेत प्रदेश महासचिव और जिला अध्यक्षों के भी नाम हैं। कांग्रेस उम्मीदवारों और जिला अध्यक्षों ने ये रिपोर्ट पीसीसी को सौंपी है। इनकी नोटिस भेजे गए हैं| हारे हुए प्रत्याशियों से सीधी चर्चा के बाद कमलनाथ ऐसे नेताओं को बाहर का रास्ता दिखा सकते हैं| बैठक का मुख्य उद्देश्य हार के कारण जानना और अगली बार पार्टी वो गलती नहीं दोहराए, ये तो होगा ही, इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारियों पर भी फोकस रहेगा। बैठक में कांग्रेस के हारे हुए सभी प्रत्याशियों को शामिल होने के लिए कहा गया है।
कांग्रेस विधयक दल की बैठक 6 को
विधानसभा सत्र से पहले कांग्रेस विधायक दल की बैठक 6 जनवरी को शाम 6 बजे से मुख्यमंत्री निवास पर आयोजित की गई है। बैठक को लेकर पार्टी के सभी विधायकों से सूचना दे दी गई है। बैठक मुख्यमंत्री कमलनाथ की अध्यक्षता में हेागी, जिसमें पार्टी के अन्य नेता भी शामिल हो सकते हैं। जिसमें पार्टी की आगामी गतिविधियों पर लेकर चर्चा हेागी। साथ ही विधानसभा के 5 दिवसीय सत्र की रणनीति बनेगी। सत्र में सभी सदस्यों को उपस्थित रहने को कहा जाएगा।