भोपाल| राजनीति में चरणवंदना का इतिहास पुराना है, अक्सर आपने समर्थकों को अपने नेताओं के पैर छूते देखा होगा| इसको लेकर सबके अलग अलग मत होते हैं| लेकिन जब भी इस तरह की तस्वीरें सामने आती हैं, इस पर बयानबाजी का दौर शुरू हो जाता है| ताजा मामला ग्वालियर से है जहां कमलनाथ सरकार के मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर पूर्व केन्द्रीय मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के पैर छूते नजर आये, मंत्री ने ज्योरादित्य सिंधिया के सामने झुककर दंडवत प्रणाम किया। इस पर अब नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने निशाना साधा है|
गोपाल भार्गव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि यह मंत्री का नहीं मंत्री पद का अपमान है। उन्होने कहा कि आदर सम्मान का भाव किसी के प्रति हो सकता है। लेकिन सार्वजनिक रूप से सड़कों पर इस तरह से किसी मिनिस्टर के द्वारा किसी भी व्यक्ति के चरण छूना यह व्यक्ति का नहीं, उस मंत्री का नहीं उस पद का भी अपमान है, लोकतंत्र का भी अपमान है।