श्योपुर।
इन दिनों एमपी में पानी को लेकर जमकर हाहाकार मचा हुआ है।लोग सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे है। आम से लेकर खास भी इस समस्या को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर कर रहा है। ताजा मामला श्योपुर से सामने आया है जहां भाजपा विधायक औऱ ग्रामीणों का पीएचई अफसरों पर इस कदर गुस्सा फूटा की उन्होंने कार्यालय में इंजीनियरों को बाहर निकाल ताला जड़ दिया और जमकर नारेबाजी करने लगे। और जल्द समस्या का समाधान ना होने पर आंदोलन की चेतावनी दे डाली।
दरअसल, गुरुवार को भाजपा विधायक सीताराम आदिवासी, पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक गर्ग और ग्रामीणों अपने क्षेत्र में पानी की समस्या को लेकर शिकायत करने पीएचई कार्यालय पहुंचे थे लेकिन पीएचई के कार्यपालन यंत्री एक शासकीय कार्य कराने साइड पर गये हुए थे।करीब आधा घंटा इंतजार के बाद भी पीएचई के प्रभारी ईई पीआर गोयल या कोई अन्य अफसर कार्यालय में नहीं आया तो विधायक का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने कार्यालय में मौजूद सभी कर्मचारियों को बाहर निकालकर ताला जड़ दिया।
तालाबंदी के बाद विधायक ने कलेक्टर को फोन लगाकर तालाबंदी की सूचना भी दे दी। कलेक्टर ने तत्काल फोन लगाया। कलेक्टर के फोन के बाद कार्यालय पहुंचे पीआर गोयल ने विधायक व ग्रामीणों से माफी मांगते हुए कहा कि, मैं फील्ड में काम पर था इसलिए नहीं आ सका। पीआर गोयल ने ग्रामीणों की समस्या का निराकरण का आश्वसन भी विधायक को दिया।
विधानसभा में उठाएंगें मुद्दा
विजयपुर विधायक सीताराम आदिवासी ने कहा कि जिले के अफसर उनके साथ भेदभाव कर रहे हैं। श्योपुर विधानसभा के विधायक के एक फोन पर गांवों में तीस-तीस मोटरें दे दी जाती हैं, लेकिन अफसर उनका फोन तक नहीं उठा रहे। विजयपुर व कराहल ब्लॉक के कई गांवों में पानी का संकट है। बार-बार शिकायत करने के बाद भी हैंडपंपों को सुधरवाया नहीं जा रहा। जिले अफसरों की मनमानी को वह, विधानसभा में उठाएंगे।वही पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष अशोक गर्ग ने कहा कि जब से प्रदेश में कांग्रेस सत्ता में आई है, बिजली-पानी की समस्या खड़ी हो गई है। सरकार किसानों, ग्रामीणों व आदिवासियों की समस्या हल करने में नाकाम रही है। अगर रवैया नहीं सुधरा तो बड़ा आंदोलन किया जाए।