भोपाल| मतदान के बाद अब सबकी नजर चुनाव परिणाम पर है| 11 दिसम्बर को मतगणना होगी और दोपहर तक यह तय हो जाएगा प्रदेश में किसकी सरकार होगी| फिलहाल सभी राजनीतिक दल अपनी जीत का दावा कर रहे हैं और अब मतगणना की तैयारियों में जुट गए हैं| कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने कांग्रेस के सभी प्रत्याशियों को 6 दिसंबर को भोपाल बुलाया है।
कांग्रेस के सभी 229 प्रत्याशी 6 दिसम्बर को भोपाल पहुंचेंगे| पार्टी नेता यहीं आगे की रणनीति बनाएंगे। इस बैठक में सभी प्रत्याशियों को मतगणना वाले दिन के लिए तैयार किया जाएगा, जिस तरह कांग्रेस ईवीएम मशीनों पर सवाल उठा चुकी है, अब मतगणना में कोई गड़बड़ी न हो इसके लिए प्रत्याशियों को कड़ी निगरानी रखने के निर्देश दिए जाएंगे| प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ सभी प्रत्याशियों से चर्चा करेंगे| टिकट बंटने के बाद यह पहला मौक़ा होगा जब सभी प्रत्याशी एक साथ होंगे| कांग्रेस के इस ट्रेनिंग कैंप में प्रत्याशियों को ट्रेनिंग दी जाएगी कि कैसे उन्हें मतगणना के दिन सुरक्षा और सावधानी बरतनी है| कैसे गड़बड़ियों को पहचानना और रोकना है| मतगणना से 5 दिन पहले 6 दिसंबर को ट्रेनिंग होगी|
स्ट्रांग रूम के बाहर डेढ़ घंटे बंद रही एलईडी
भोपाल की पुरानी जेल में स्ट्रांग रूम बनाया गया है। जहां 7 विधानसभा क्षेत्रों की ईवीएम रखी गई हैं। शुक्रवार सुबह डेढ़ घंटे तक स्ट्रांग रूम के बाहर लगाई गई एलईडी बंद पाई गई। इसे लेकर कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि स्ट्रांग रूम में ईवीएम के साथ में छेड़छाड़ की गई है। कांग्रेस ने मांग की है कि इस मामले की मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बीएल कांताराव को जांच करनी चाहिए। भोपाल कलेक्टर सुदामा खाड़े ने भी माना है कि स्ट्रांग रूम के बाहर लगी एलईडी बंद होने की खबर सही है, लेकिन यह हालात बिजली जाने की वजह से हुआ। कांग्रेस के दबाव के चलते कलेक्टर के साथ कांग्रेस नेताओं ने जायजा लिया। कांग्रेस ने कलेक्टर से मांग की है कि यदि ऐसी घटनाएं होती है तो तत्काल हमारे दो व्यक्तियों को स्ट्रांग रूम में बैठाने की व्यवस्था की जाए। जिसे कलेक्टर सुदामा खड़े ने मानने का आश्वासन दिया। हालांकि कांग्रेस की मांग है कि डेढ़ घंटे में आखिर हुआ क्या इसकी जानकारी अभी तक कोई नहीं दे रहा है। इस लिए कांग्रेस इसकी जांच के लिए चुनाव आयोग में शिकायत करेगी।
कड़ी सुरक्षा में EVM और VVPAT
मतदान के बाद अब EVM और VVPAT को कड़ी सुरक्षा में रखा गया है| कई जगह नेता पहरेदारी भी करेंगे| वोटिंग के बाद पूरे प्रदेश में दोनों मशीनें स्ट्रॉंग रूम में कड़ी सुरक्षा में रख दी गयी हैं| स्ट्रॉंग रूम में थ्री लियर सुरक्षा व्यवस्था लगाई गई है| राजनीतक दल इतने फिक्रमंद हैं कि उन्होंने अपने प्रतिनिधि भी स्ट्रॉंग रूम के बाहर तैनात कर दिए हैं कि कहीं कोई गड़बड़ी ना हो पाए| राजधानी भोपाल में पुरानी जेल में स्ट्रॉंग रूम बनाया गया है| मतदान निपटने के बाद सातों विधानसभा क्षेत्रों से EVM और VVPAT यहां लाए गए|