भोपाल| मध्य प्रदेश के सियासी रण में हर दल पूरी ताकत झोंकने के लिए तैयार है| एक तरफ 15 सालों से राज कर रही बीजेपी चौथी बार सरकार बनाने के लिए समर्द्ध मध्यप्रदेश का वादा कर रही है| वहीं सत्ता वापसी की कोशिश में जुटी कांग्रेस भी नए नए एलानों से जनता को मनाने का काम कर रही है| वचन पत्र में ढेरों घोषणाएं करने के बाद अब कांग्रेस ने एक और बड़ी घोषणा कर दी है| कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने बड़ा सियासी दांव खेलते हुए आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी सहायिका औऱ आशा कार्यकर्ताओ को नियमित करने का वचन दिया है|
दरअसल, कमलनाथ ने ट्वीट कर आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, आंगनवाड़ी सहायिका औऱ आशा कार्यकर्ताओ को लेकर बड़ा एलान किया है| उन्होंने लिखा है ‘हमारा वचन -हम आंगनवाड़ी कार्यकर्ता आंगनवाड़ी सहायिका तथा आशा कार्यकर्ताओं को नियमित करेगे…साथ ही मध्यान भोजन का काम करने वाले रसोइयों का मानदेय बढ़ाया जाएगा…हम स्व सहायता समूह की महिलाओं का क़र्ज़ माफ करेंगे” |
बता दें कि मध्य प्रदेश में एक बड़ा वोटबैंक आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का है, और सरकार के कामकाज और योजनाओं को जन जन तक पहुँचाने में यह सबसे बड़ी भूमिका निभाती हैं| लेकिन इनकी मांगों पर अक्सर सरकारें ध्यान नहीं देती, पिछले पांच सालों में कई आंदोलन और रैलियां और भूख हड़ताल के बाद सरकार ने मानदेय बढ़ाया था, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ के गुस्से को चुनाव में भुनाने से कांग्रेस को बड़ा फायदा मिल सकता है| यही कारण है कि कांग्रेस ने इस वोटबैंक को साधने के लिए यह एलान कर दिया| लेकिन कांग्रेस के वचन पत्र में इसका जिक्र नहीं था| लेकिन लगता है कमलनाथ उसमें कुछ बिंदु जोड़ना भूल गए थे। इसीलिए उन्होंंने एक बार फिर से एक बड़े वोट बैंक को लुभाने की कोशिश की है| कमलनाथ ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ को नियमित करने और साथ ही ‘स्व-सहायता समूह की महिलाओं का कर्ज माफ करने का वादा भी किया है।