भोपाल। मध्य प्रदेश में सोमवार से विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू होने जा रहा है| उससे ठीक पहले शिवराज सरकार में मंत्री रहे संजय पाठक ने मुख्यमंत्री कमलनाथ की तारीफ कर सियासत में हलचल बढ़ा दी है| एक तरफ बीजेपी के दिग्गज नेता कांग्रेस सरकार के कार्यकाल पूरा कर पाने पर सवाल उठा रहे हैं, वहीं पूर्व मंत्री पाठक को भरोसा है कि कमलनाथ काबिल नेता और उन्हें लम्बा अनुभव है, कमलनाथ अच्छे मैनेजर हैं वो सरकार चला लेंगे| पार्टी नेताओं के बयान से हटकर पाठक द्वारा दिए गए इस बयान से सियासत गरमा गई है| उनका बयान ऐसे समय आया है जब कांग्रेस को अपने सहयोगियों को साथ रखने और उन्हें साधते हुए सत्ता बचाने की जदोजहद करनी पड़ रही है|
प्रदेश की सियासत में नेताओं की बयानबाजी पल पल कांग्रेस तो कभी भाजपा की धड़कनें बढ़ा रही है| एक तरफ सहयोगी विधायकों के रुख से कांग्रेस में हलचल है| कांग्रेस विधायक दल की बैठक रविवार शाम को हो रही है| उससे पहले कभी कांग्रेस में बड़े नेता माने जाने वाले बीजेपी विधायक और पूर्व मंत्री संजय पाठक ने कमलनाथ की जमकर तारीफ की है| उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री कमलनाथ अनुभवी हैं और केंद्र की कांग्रेस सरकार में 20 सालों तक मंत्री रहे। वे मैनेजमेंट गुरू हैं। वे एक बेहतर मुख्यमंत्री है। पाठक ने यह भी कहा कि वे मध्यप्रदेश में पांच सालों तक सरकार चला लेंगे।
हॉर्स ट्रेडिंग की आशंकाओं की चर्चा को लेकर पाठक ने कहा हॉर्स ट्रेडिंग अगर करना होता तो न शिवराज जी इस्तीफा देते और न ही भाजपा कांग्रेस की सरकार बनने का रास्ता साफ करती| जबकि पूरा प्रदेश यह जानता है कि कांग्रेस के पास भी बहुमत नहीं है| ऐसी स्तिथि में कांग्रेस को बाहरी समर्थन जुटाने की जरुरत है, क्यूंकि सत्ता में कांग्रेस बैठी हुई है|
दरअसल, सोमवार को विधानसभा में कमलनाथ सरकार की अग्निपरीक्षा होने जा रही है। इस दिन विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा। इसके साथ ही कमलनाथ सरकार को बहुमत भी दर्शाना होगा। ऐसी स्तिथि में कभी कांग्रेस का दामन छोड़कर भाजपा के टिकट पर चुनाव जीतने वाले संजय पाठक के बयान से कयासों का दौर शुरू हो गया है| वहीं बहुमत के आंकड़े से दो सीट पीछे रहने वाली कांग्रेस सरकार को हार्स ट्रैडिंग का भी डर सता रहा है। इसलिए अपने विधायकों पर भी नजर रखी जा रही है। उधर, कांग्रेस भाजपा को भी शंका की नजरों से देख रही है कि वो कहीं उनके विधायक तोड़कर सरकार गिराने में सफल नहीं हो जाए। हालाँकि भाजपा के बड़े नेता ऐसी किसी भी संभावनाओं से इंकार कर चुके हैं|