भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के महिला स्व-सहायता समूहों के लिए अच्छी खबर है। महिला स्व-सहायता समूहों को 50 हजार करोड़ के व्यापार अवसर मिलेंगे। व्यापार संवर्धन के लिये व्यापार केन्द्र प्रारंभ होगा। इसके लिए मध्यप्रदेश सरकार (MP Government) एवं आईआईएम इंदौर के बीच एमओयू हुआ है।
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दरअसल, 2 दिसंबर 2021 को इंदौर में पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग (Panchayat and Rural Development Department) तथा IIM इंदौर के बीच एक MOU पर हस्ताक्षर किये गये। इसके तहत मध्य प्रदेश के महिला स्व-सहायता समूहों के व्यापार संवर्धन के लिये ‘व्यापार केन्द्र’ खोला जायेगा, जो महिला स्व-सहायता समूहों के उत्पादों की गुणवत्ता, ब्रान्डिंग, विक्रय आदि के क्षेत्र में उनकी सहायता करेगा। इसके माध्यम से महिला स्व-सहायता समूहों को लगभग 50 हजार करोड़ रुपये के व्यापार के अवसर प्राप्त होंगे। IIM इंदौर ‘व्यापार केन्द्र’ की स्थापना, उत्पादन, संचालन एवं संवर्धन के लिये तकनीकी सहयोग देगा।
मध्यप्रदेश, महिला स्व-सहायता समूहों के गठन एवं उनके विकास की दिशा में अग्रणी राज्य है। प्रदेश में 3 लाख 40 हजार महिला स्व-सहायता समूह हैं, जिनसे लगभग 39 लाख 10 हजार महिलाएँ जुड़ी हुई हैं। समूहों के पास संसाधनों की कमी होने से इन्हें बाजार में प्रतिस्पर्धा करना मुश्किल होता है। व्यापार केन्द्र इनके उत्पादों एवं आपूर्तियों के पारिस्थितिक तंत्र में आदर्श बदलाव लायेगा।
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यह वन स्टॉप सुविधा के रूप में कार्य करेगा, जो उनके उत्पादों एवं सेवाओं को प्रारंभ से अंत तक व्यापार निर्माण और विस्तार समर्थन प्रदान करेगा। सहयोग के क्षेत्रों में मुख्य रूप से उत्पाद विकास के लिये साझेदारी तथा संयुक्त पाठ्यक्रमों, कार्यशालाओं, संगोष्ठियों का आयोजन शामिल हैं। यह व्यापार केन्द्र सरकार के हस्तक्षेप के बिना, उद्योग विशेषज्ञों के माध्यम से व्यावसायिक रूप से चलाया जायेगा। आईआईएम इसके लिये विशेषज्ञों की भर्ती में मदद करेगा।