MP News : बीजेपी से ख़फ़ा मंत्री नागर सिंह चौहान के मंत्री पद छोड़ने की धमकी के बाद उन्हें दिल्ली तलब किया गया है। बीजेपी के राष्ट्रीय नेतृत्व ने उन्हें बुलाया है और आज उनकी मुलाक़ात राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित कुछ अन्य नेताओं से हो सकती है। इस बीच कांग्रेस ने इसे ग़द्दार बनाम खुद्दार की जंग बताया है और निशाना साधते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री ने एक सत्तालोलुप व्यक्ति के लिए पूरे आदिवासी समाज का अपमान किया है।
क्या है मामला
दरअसल एक दिन पहले निमाड़ क्षेत्र के कद्दावर आदिवासी नेता नागर सिंह चौहान ने मंत्री पद छोड़ने की धमकी दी थी। रविवार को कांग्रेस से बीजेपी में शामिल हुए विधायक रामनिवास रावत को राज्य सरकार ने वन और पर्यावरण मंत्रालय आवंटित किया था और उनसे पहले यह विभाग नागर सिंह चौहान के पास था। लेकिन यह दोनों विभाग जाने के बाद नागर सिंह के पास केवल अनुसूचित जाति विभाग का मंत्रालय बचा है। इसे लेकर उन्होंने अपना गुस्सा जाहिर किया और ख़ुद पद छोड़ने के साथ ये तक कह दिया कि वे अपनी सांसद पत्नी अनीता सिंह चौहान से भी संसद सदस्य पद से इस्तीफा दिलवा देंगे। एक न्यूज़ चैनल के साथ चर्चा में उन्होंने ये बात कही और इसके बाद पूरी बीजेपी में हड़कंप मच गया। तुरंत उन्हें दिल्ली बुलाया गया और अब पार्टी डैमेज कंट्रोल की कोशिश कर रही है।
कांग्रेस ने मुख्यमंत्री और बीजेपी पर साधा निशाना
इस पूरे वाक़ये को लेकर अब मध्य प्रदेश कांग्रेस ने बीजेपी और सीएम मोहन यादव को घेरा है। मीडिया रिपोर्ट का हवाला देते हुए कांग्रेस ने एक्स पर लिखा है कि ‘ग़द्दार के खिलाफ खुद्दार की जंग, मंत्रीमंडल की मलाई चाटने बीजेपी में शामिल हुए एक नेता के खिलाफ मोहन यादव सरकार के मंत्री ने स्वाभिमान की जंग का ऐलान कर दिया है; खुद मंत्री पद छोड़ेंगे और पत्नी सांसदी छोड़ेगी। मोहन यादव जी, आपने केवल एक खुद्दार नेता का ही नहीं बल्कि समूचे आदिवासी समाज का अपमान किया है। ग़द्दारी मलाई खा रही है, ईमानदारी घुटी जा रही है।’
कांग्रेस से बीजेपी में आए हैं रामनिवास रावत
बता दें कि मंत्री नागर के विभाग रामनिवास रावत को दिए गए हैं जो लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस से भाजपा में आए थे। वे श्योपुर जिले की विजयपुर विधानसभा सीट से वे छह बार विधायक रह चुके हैं और ओबीसी वर्ग के बड़े नेता हैं। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद से ही कांग्रेस आलाकमानी की अनदेखी और नेता प्रतिपक्ष न बनाए जाने को लेकर वो पार्टी से नाराज़ चल रहे थे। कमलनाथ सरकार में भी उन्हें कोई पद नहीं दिया गया था। वहीं जीतू पटवारी को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने के लेकर भी उनकी नाराज़गी थी। इन सब बातों के चलते लोकसभा चुनाव से पहले तीस अप्रैल को वो बीजेपी में शामिल हो गए थे और मोहन कैबिनेट में शामिल किए गए। अब नागर प्रकरण को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी के साथ साथ बाग़ी नेता रामनिवास रावत पर भी निशाना साधा है।
ग़द्दार के खिलाफ खुद्दार की जंग,
— मंत्रीमंडल की मलाई चाटने बीजेपी में शामिल हुये एक नेता के खिलाफ मोहन यादव सरकार के मंत्री ने स्वाभिमान की जंग का ऐलान कर दिया है; खुद मंत्री पद छोड़ेंगे और पत्नी सांसदी छोड़ेगी।मोहन यादव जी,
आपने केवल एक खुद्दार नेता का ही नहीं बल्कि समूचे… pic.twitter.com/TNGtSyRVTi— MP Congress (@INCMP) July 23, 2024