MP Election 2023 : कांग्रेस ने प्रदेश और देश की बीजेपी सरकार पर किसानों के साथ अन्याय करने का आरोप लगाया है। आज कांग्रेस विधायक कुणाल चौधरी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेस कर ‘प्याज के किसानों’ की बात उठाई। उन्होने कहा कि मध्य प्रदेश और देशभर में प्याज की खेती करने वाला किसान खून के आंसू रो रहा है। बता दें कि सरकार ने प्याज के एक्सपोर्ट पर 40 प्रतिशत शुल्क लगाया है। ये निर्यात शुल्क 31 दिसंबर 2023 तक जारी रहेगा और इसे लेकर देशभर के किसानों में आक्रोश है। इसे लेकर अब मध्य प्रदेश में भी कांग्रेस ने बीजेपी सरकार पर हमला किया है।
कांग्रेस ने कहा ‘अब किसानों से भी कमीशन वसूलेगी बीजेपी सरकार’
कुणाल चौधरी ने एक वायरल वीडियो का हवाला देते हुए कहा कि इसमें एक महाराष्ट्र के किसान ने अपनी उंगली सिर्फ इसलिए काट ली क्योंकि उससे गलती हुई थी कि उसने भारतीय जनता पार्टी को वोट दिया था। उन्होने कहा कि ‘क्या ये सिलसिला यूं ही चलता रहेगा, चंद उद्योगपतियों के फायदों के लिए ये भाजपा की सरकार की सियासत द्वारा किसानों को डंसता रहेगा।’ कांग्रेस विधायक ने कहा कि किसानों की प्याज की फसलें आई हैं। मध्य प्रदेश में मालवा निमाड़ से लेकर महाराष्ट्र के नासिक तक..मध्य प्रदेश और देशभर में 50 प्रतिशत कमीशन और भ्रष्टाचार की बीजेपी सरकार क्या किसानों से भी 40 प्रतिशत डंसने का काम करेगी। उन्हें सिर्फ कमीशन चाहिए।
चौधरी ने कहा कि देश की सरकार ने एक तुगलकी फरमान जारी किया है कि प्याज के एक्सपोर्ट के लिए 40 प्रतिशट टैक्स लगाएंगे। उन्होने कहा कि बीजेपी की गलत नीतियों से पिछले तीन चार साल से प्याज का किसान अपनी फसलें सड़कों पर फेंकने को मजबूर है। लागत छोड़िए, उनकी बीज की कीमत नहीं निकल पा रही है। किसान अपनी फसल को बच्चों की तरह पालता है, लेकिन सरकार उसकी परिस्थितियों को समझने की कोशिश कब करेगी। एक बीघा जमीन पर प्याज की खेती की लागत 60 से 70 हजार रुपये आती है। लेकिन पिछले तीन साल से उसे सिर्फ दस, बीस, तीस हजार रूपये में बेचने को मजबूर था। उसकी लागत भी नहीं निकल पा रही थी। इस बार कई साल बाद अंतर्राष्ट्रीय बाजार के कारण प्याज की कीमतों में थोड़ी तेजी आई थी, लेकिन बीजेपी सरकार ने अब 40 प्रतिशत टैक्स लगाने का फरमान जारी कर दिया है।
प्याज पर 40 प्रतिशत टैक्स वापस लेने की मांग
कुणाल चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सीहोर के पास शेरपुरा में जिसके आसपास प्याज की खेती शुरु होती है, कहकर गए थे कि किसानों की लागत आधी कर देंगे और कीमत दुगनी कर देंगे। लेकिन आज लागत तीन गुना बढ़ गई है और सरकार की नीतियों के कारण एक बार फिर किसान खून के आंसू रोने को मजबूर हैं। उन्होने सवाल किया कि क्या इस प्रदेश के मुख्यमंत्री सिर्फ गुजरात के और उद्योगपतियों के बाबू के रूप में काम करेंगे। वो कब तक किसानों पर कुठाराघात करेंगे। इस 40 प्रतिशत टैक्स को लेकर आखिर शिवराज सिहं चौहान ने किसानों के पक्ष में विरोध क्यों नहीं किया। उन्होने आरोप लगाया कि पहले भी बीजेपी सरकार ने चंद उद्योगपतियों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से किसानों को दरकिनार किया है, और आज भी यही कर रही है। कांग्रेस विधायक ने मांग की कि किसान 40 प्रतिशत टैक्स के तुगलकी फरमान को वापस ले।
किसानों की दुर्दशा का रिपोर्ट कार्ड जारी करे शिवराज सरकार
उन्होने कहा कि मध्य प्रदेश में बीजेपी अपने रिपोर्ट कार्ड जारी कर रही है, वो किसानों की आत्महत्या का रिपोर्ट कार्ड जारी करके दिखाएं। केंद्र सरकार की रिपोर्ट कहती है कि मध्य प्रदेश में पिछले तीन साल में 15 हजार किसानों ने आत्महत्या की है। देश में मध्य प्रदेश के किसानों की आय घटी है और उनकी दुर्दशा बढ़ती जा रही है। किसान पिछले तीन साल से सड़कों पर उतर प्याज को फेंक रहा था, तब ये सरकार कहां थी। उन्होने कहा कि दाल और गेंहू उगाने वाले किसान भी सरकार की नीतियों से परेशान हैं। कुणाल चौधरी ने कहा कि मध्य प्रदेश के 28 बीजेपी सांसद हैं जो किसानों को लेकर कोई बात नहीं करते। उन्होने सीएम शिवराज से सवाल किया कि वो और उनके नेता आखिर कब तक झूठ बोलकर लोगों को छलने का काम करते रहेंगे। बढ़ती महंगाई और किसानों के साथ अन्याय का मुद्दा उठाते हुए उन्होने कहा कि वो सिर्फ झूठे भाषण देकर ये बताने की कोशिश करते हैं कि किसानों के हित में काम कर रहे हैं, लेकिन असल में वो उनपर अनर्गल टैक्स लगाकर उन्हें लूटने का काम कर रही है।