लक्ष्मण सिंह ने कैलाश विजयवर्गीय को संगीत के क्षेत्र में दी चुनौती, ‘खटमल मच्छर’ वाले बयान पर साधा निशाना

अपने बयानों से अक्सर चर्चाओं में रहने वाले कांग्रेस नेता लक्ष्मण सिंह फ़िलहाल गीत-संगीत के मूड में हैं। सोशल मीडिया पर उनका 'जोगी रे धीरे धीरे' गीत गाता हुआ वीडियो वायरल हो रहा है और उन्होंने ख़ुद मंत्री कैलाश विजयवर्गीय को संगीत के क्षेत्र में चुनौती देने की बात कही है। 

MP News : कैलाश विजयवर्गीय के ‘खटमल-मच्छर’ वाले बयान को लेकर कांग्रेस उनपर हमलावर है। दिग्विजय सिंह के छोटे भाई और कांग्रेस नेता लक्ष्मण सिंह ने इस मामले पर उन्हें घेरते हुए कहा है कि हमने आज़ादी के लिए गालियाँ और गोलियाँ दोनों खाई हैं और अब ऐसी बातों से हमें कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता। इतना ही नहीं, उन्होंने कैलाश विजयवर्गीय को संगीत के क्षेत्र में भी चुनौती दे दी है।

कैलाश विजयवर्गीय ने कही थी ये बात

हाल ही में कैलाश विजयवर्गीय ने कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा था कि ‘कुछ खटमल मच्छर कहते हैं कि भारत में भी बांग्लादेश जैसे हालात हो जाएंगे’। बता दें कि पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने कुछ दिन पहले जैसे हालात बांग्लादेश में है, वैसे स्थिति भारत में भी बन सकती है। इसे लेकर विजयवर्गीय ने बिना उनका नाम लिए ‘खटमल मच्छर’ जैसे शब्दों का उपयोग करते हुए उनपर हमला किया था।

लक्ष्मण सिंह का पलटवार

उनके इस बयान को लेकर अब लक्ष्मण सिंह ने मोर्चा सँभाल लिया है। उन्होंने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि ‘कैलाश विजयवर्गीय जी ने कांग्रेस पार्टी के साथियों को “मक्खी,मच्छर” तक कह डाला। हमने आजादी के लिए “गालियां और गोलियां”खाई हैं,हमें फर्क नहीं पड़ता।सुना है आप अच्छे गायक हैं,संगीत के क्षेत्र में भी हम आपको चुनौती देते हैं।’ इसमें बात सिर्फ़ राजनीतिक बयानबाज़ी तक ही सीमित नहीं है बल्कि लक्ष्मण सिंह ने उन्हें संगीत के क्षेत्र में भी चुनौती दे दी है।

संगीत के क्षेत्र में दी चुनौती

सभी जानते हैं कि कैलाश विजयवर्गीय अच्छा गाते हैं। नवरात्रि हो या कोई अन्य अवसर..अक्सर ही विजयवर्गीय को भजन गाते हुए सुना गया है। अब ‘खटमल मच्छर’ वाले बयान पर पलटवार करने के साथ लक्ष्मण सिंह ने संगीत में भी उन्हें चुनौती दी है। दरअसल एक्स पर की गई पोस्ट के कमेंट्स में कांग्रेस नेता का एक वीडियो भी डला हुआ है जिसमें वो गाते हुए नज़र आ रहे हैं। इसमें वो अपने कुछ साथियों के साथ फ़िल्म नदिया के पार का ‘जोगी जी नींद न आवे’ गीत गा रहे हैं। इस तरह उन्होंने इस पोस्ट में राजनीतिक और संगीत..दोनों क्षेत्र में कैलाश विजयवर्गीय को अपना जवाब दिया है।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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