MP News: संविदा कर्मचारियों के धरने में शामिल हुए तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के पदाधिकारी, शासन से की ये मांग

MP News: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में स्वास्थ्य विभाग के संविदा कर्मचारियों का धरना (Strike of contract employees) जारी है। जिस तरीके से पुलिस द्वारा प्रकरण दर्ज करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर रस्सी से बांधकर जेल भेजा गया, उसे लेकर कर्मचारियों में भारी आक्रोश व्याप्त है। अब इसमें तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के संरक्षक एलएन कैलासिया, उपाध्यक्ष मोहम्मद सलीम, भोपाल जिलाध्यक्ष मोहन अय्यर, कर्मचारी नेता विजय मिश्रा, प्रदेश सचिव उमाशंकर तिवारी, राजेंद्र पिल्लई, आशुतोष शुक्ला, पवन मिश्रा आदि नेताओं ने संविदा कर्मचारियों के धरने में शामिल होकर सरकार से गिरफ्तार किए गए कर्मचारियों को रिहा करने एवं दर्ज प्रकरणों को समाप्त करने की मांग की है।


उनके मुताबिक आंदोलनरत संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों पर जिस प्रकार की कार्रवाई की गई है। निश्चित रूप से वह न्यायोचित नहीं है। इसकी जितनी निंदा की जाए वह कम है। संघ के नेताओं ने प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से जेल में बंद कर्मचारियों के प्रकरण समाप्त कर जेल से रिहाई कराने के साथ ही संविदा स्वास्थ्य कर्मचारियों की हड़ताल का समाधान करते हुए आंदोलनरत कर्मचारियों की समस्याओं का जल्द से जल्द निदान किया जाए। उक्त आशय की जानकारी प्रदेश सचिव उमाशंकर तिवारी दी गई।

बता दें की शनिवार को स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने जेपी हॉस्पिटल में हड़ताल कर रहे 100 से अधिक स्वास्थ्य कर्मचारियों ने घेराव किया था। जिसके बाद मंत्री को गाड़ी में बैठकर जाना पड़ा। इस घटना ने उथल-पुथल मचा रखी है। सूचना मिलते ही हबीबगंज पुलिस ने प्रदर्शन कर रहे कई संविदा कर्मचारियों को गिरफ्तार कर किया और उनके हाथों को रस्सी ने बांधकर पुलिस स्टेशन ले गए।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है। अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"