MP News: स्वास्थ्य अधिकारियों और कर्मचारियों ने आंदोलन के दूसरे दिन भी विरोध स्वरूप काली पट्टी बांधकर अपना काम किया। दूसरे चरण में राज्यपाल को कल दोपहर 3 बजे ज्ञापन सौंपा जाएगा। स्वास्थ्य अधिकारी कर्मचारी महासंघ के द्वारा प्रदेश के समस्त स्वास्थ्य कर्मचारियों ने प्रदेश में चरणबद्ध आंदोलन के दौरान दूसरे दिन भी विरोध स्वरूप काली पट्टी लगाकर समस्त अस्पतालों में अपना कार्य पूर्ण किया। पदाधिकार्यो कार्यकर्ताओं द्वारा स्वास्थ्य, चिकित्सा शिक्षा, आयुष विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों की जायज 41 सूत्रीय मांगो को लेकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा जाएगा।
अधिकारियों की मनमानी के कारण हो रही है देरी
महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष सुरेंद्र सिंह कौरव ने कहा हे कि, “हमारे मुख्यमंत्री की मंशा है कि हमारे प्रदेश के कर्मचारियों को लाभ मिले, मुख्यमंत्री देना भी चाहते हैं। परंतु विभागों में उच्च स्तर पर बैठे अधिकारियों द्वारा खास तौर पर वित्त विभाग के द्वारा जानबूझकर स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण विभागों की फाइलों को अनदेखा किया जा रहा है। इससे स्पष्ट है कि 5 माह बीत जाने के बाद भी मांगों के संबंध में कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है। इनमें से ज्यादातर मांगे अनार्थिक है, जिसमें सरकार का एक रुपया भी नहीं लगेगा,जिनके भी आदेश जारी ना होना यह प्रदर्शित करता है कि अधिकारियों की मनमानी चल रही है, जो बहुत ही खेद का विषय है।”
मुख्यमंत्री से आग्रह
महासंघ ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि, “स्वास्थ्य जैसे महत्वपूर्ण विभाग कोरोना योद्धाओं की मांगों को जिनके शीघ्र निराकरण हो स्वयं संज्ञान में लें तथा अधिकारियों पर अंकुश लगाएं। अन्यथा प्रदेश के डेढ़ लाख स्वास्थ्य अधिकारी-कर्मचारियों में जो दिन-प्रतिदिन आक्रोश बढ़ता जा रहा है, इसे समाप्त करने के लिए सीएम शिवराज सिंह चौहान शीघ्र समय दें। ताकि प्रदेश में जो असंतोष व्याप्त है, उसे समाप्त किया जा सके।
मांगों की पूर्ति न होने हो करेंगे हड़ताल
महासंघ प्रवक्ता अम्बर चौहान ने बताया कि, “29 मई 2023 को समूचे प्रदेश के एनएचएम संविदा स्वास्थ्य कर्मचारी, नर्सिंग ऑफिसर,( नर्सिंग संवर्ग), एएनएम /एमपीडब्ल्यू बहुद्देशीय स्वास्थ्य कार्यकर्ता, फार्मासिस्ट ग्रेड 2 , ड्रेसर, नेत्र सहायक, लैब टेक्नीशियन, लैब असिस्टेंट, लैब अटेंडेंट, कंप्युटर ऑपरेटर, टेक्नीशियन, कैथ लैब टेक्नीशियन, ऑक्यूपेशनल थैरेपिस्ट, रेडियोग्राफर, डार्करूम सहायक, एक्सरे अटेंडेंट, वायो केमिस्ट, मेडिकल सोशल वर्कर, लेप्रोसी, संविदा कुष्ठ कर्मचारी, चतुर्थ श्रेणी, कार्यभारित कर्मचारी, आउटसोर्स, रोगी कल्याण, आयुष संविदा चिकित्सा अधिकारी, कंपाउंडर, दवासाज, महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आदि स्वास्थ्य ,चिकित्सा शिक्षा,आयुष विभागों के समस्त केडरों के 1.5 लाख स्वास्थ्य अधिकारी कर्मचारी स्वयं मुख्यमंत्री से मिलने और उनका स्वागत एवं अभिनंदन करने जाएंगे। इसके बाद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ तो 30 मई 2023 से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जायेंगे।”