MP News : फिर बढ़ाई उमा भारती ने अपनी ही सरकार की मुसीबत, स्वास्थ्य और शिक्षा को लेकर साधा निशाना

Shruty Kushwaha
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Uma Bharti raised questions on the health system : कुछ समय पहले तक शराब और आबकारी नीति को लेकर शिवराज सरकार पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती के निशाने पर थे। अब प्रदेश की स्वास्थ्य और शिक्षा व्यवस्था को लेकर उन्होने सवाल खड़े किए हैं। इसी के साथ उन्होने कहा है कि सीएम शिवराज सिंह चौहान चुनाव से पहले चार महीने में इन व्यवस्थाओं को ठीक कर सकते हैं। इन ट्वीट में उन्होने मुख्यमंत्री को टैग भी किया है।

उमा भारती ने एक के बाद एक पांच ट्वीट करते हुए सरकारी अस्पतालों की स्थिति पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होने कहा कि जैसा अंतर सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में है, वही अंतर सरकारी स्कूल और प्राइवेट स्कूल में भी है। उमा भारती ने अपने ट्वीट में लिखा है कि ‘1980 में जैसा सुकून मुझे मेरी मां से मिला था, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह जी ने वैसा ही सुकून नई आबकारी नीति बनाकर मुझे दिया। प्राइवेट अस्पताल और सरकारी अस्पताल के भयावने अंतर ने मुझे फिर बेचैन कर दिया है। चुनाव में अब 4 महीने बाकी है लेकिन सरकारी अस्पतालों की व्यवस्था को काफी ठीक किया जा सकता है। जो हाल सरकारी अस्पताल और प्राइवेट अस्पताल के अंतर का है, वही सरकारी स्कूल और प्राइवेट स्कूल का है। गरीब आदमी प्राइवेट अस्पतालों एवं प्राइवेट स्कूलों की फीसें भरने में असमर्थ है। मोदी सरकार ने एवं शिवराज जी की सरकार ने स्वास्थ्य एवं शिक्षा के लिए गरीब वर्गों के लिए बहुत सारी राहतें दी हैं जिनका उनको पता ही नहीं है और वो योजनाएं लोगों को संपूर्ण लाभ नहीं दे सकीं, यह रहस्य का विषय है। मुझे अपने बड़े भाई मुख्यमंत्री श्री शिवराज जी पर पूरा भरोसा है कि वह 4 महीने में भी इन व्यवस्थाओं को पूर्णतः ठीक कर सकते हैं। वैसे भी चुनाव के बाद भी हमारी ही सरकार बननी है और मेरा पूर्ण सहयोग रहेगा और हम मध्य प्रदेश को सभी प्रकार से खुशहाल राज्य बना सकते हैं। तो अगला प्रयास शिक्षा और स्वास्थ्य में अमीर और गरीब के बीच के इस भयानक फर्क को दुरुस्त करनें में ही लगेगा।’

एक दिन पहले भी उमा भारती ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि ‘1 एक महीने पहले अपने अस्वस्थ होने की सूचना एवं डॉक्टरों द्वारा विश्राम की सलाह के बारे में मैंने आपको अवगत कराया है।मैंने परसों अपने सारे चेकअप बंसल अस्पताल में कराए हैं,इसके पहले मैं 20 मई की रात 11:00बजे अस्वस्थ होने पर स्मार्ट सिटी अस्पताल में कुछ घंटों के लिए भर्ती हुई थी। भगवान की दया एवं आप सब की दुआ से मेरे परसों के सारे परीक्षण में मैं स्वस्थ पाई गई, दोनों अस्पतालों की व्यवस्थाएं उच्चतम स्तर की थीं। मैं कभी भी अपना परीक्षण या अपनी चिकित्सा प्राइवेट हॉस्पिटल में नहीं करवाती हूं किंतु दोनों बार ऐसी स्थितियां बन गई, मैं अचानक अस्वस्थ हुई और स्मार्ट सिटी हॉस्पिटल हमारे घर के सबसे नजदीक था। ईको टेस्ट के लिए एकमात्र महिला कार्डियोलॉजिस्ट सिर्फ बंसल हॉस्पिटल में हैं जिसने मेरे हृदय को पूर्णतः स्वस्थ पाया। फिर कल मैंने एक अखबार में पढ़ा कि विदिशा के जिला अस्पताल में आईसीयू यूनिट में ए.सी.नहीं है तथा मरीज तड़प रहे हैं, शायद पूरे प्रदेश में भी ऐसा ही हो। मैं इस ट्वीट को विदिशा जिला अस्पताल को एवं जिला प्रशासन को टैग कर रही हूं । वह तुरंत ही हॉस्पिटल में ए. सी.की व्यवस्था करें। निजी अस्पतालों और विदिशा जैसे सरकारी अस्पतालों की सुविधाओं में इतना बड़ा अंतर मानव जाति के साथ बहुत बड़ा अपराध है। मैं मध्य प्रदेश के सभी जनप्रतिनिधियों, सरकारी अधिकारियों से अपील करती हूं कि आप लोग अपना इलाज किसी इमरजेंसी के अलावा सरकारी अस्पताल में ही कराइए। हमारी सभाओं पर करोड़ों खर्च हो रहें हैं और सरकारी अस्पतालों के बर्न यूनिट और आईसीयू में ए.सी. के अभाव में गरीब लोग, जिनमें महिलाओं और बच्चों की संख्या अधिक है, तड़प रहे हैं। यह असमानता हमारे लिए शर्मनाक है।’

अब जब चुनाव में कुछ ही समय बचा है और बीजेपी सरकार अपनी योजनाओं को लेकर तमााम दावें कर रही है, उमा भारती के ये ट्वीट उसके लिए मुसीबत का सबब बन सकते हैं। इससे पहले वो शराबबंदी और आबकारी नीति को लेकर अपनी ही सरकार के खिलाफ खड़ी नजर आई थीं, अब ऐन चुनावों से पहले उन्होने स्वास्थ्य सुविधाओं का मुद्दा उठाया है। इतना ही नहीं..उन्होने ये तक कह दिया है कि चार महीने में शिवराज सिंह चौहान इन व्यवस्थाओं को ठीक कर सकते हैं। ऐसे में इस संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता कि उमा भारती इस मुद्दे पर एक बार फिर शिवराज सरकार की नींद उड़ा सकती है।


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Shruty Kushwaha

Shruty Kushwaha

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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