MP Weather Alert Today : एक के बाद एक एक्टिव हो रहे वेदर सिस्टम के चलते मध्य प्रदेश का मौसम बार बार बदल रहा है। पिछले 24 घंटे में कई जिलों में तेज हवा के साथ बारिश और ओलावृष्टि का असर देखने को मिला। एमपी मौसम विभाग की मानें तो राजस्थान और गुजरात में अब भी चक्रवाती समीकरण बन रहे हैं, ऐसे में आज 19 मार्च को एक नया पश्चिमी विक्षोभ फिर सक्रिय हो रहा है, जिसके असर से अभी 20 मार्च तक मौसम ऐसा ही रहेगा यानि अगले 72 घंटे में फिर से मौसम बिगड़ने की संभावना है।
एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, रविवार काे भी मध्य प्रदेश के सभी संभागाें के जिलाें में कहीं–कहीं वर्षा हाेने के आसार हैं। इस दौरान ओले भी गिरने की आशंका है।उत्तर भारत में एक मजबूत विक्षोभ सक्रिय है, जिसके प्रभाव से एक प्रेरित चक्रवात साउथ-ईस्ट राजस्थान में 14 मार्च से बना हुआ है, वही 16 मार्च से फिर एक पश्चिमी विक्षोभ बन गया है।इसके असर से दक्षिण-पूर्वी हवाएं बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से नमी लेकर आ रही है और प्रदेशभर में बारिश, ओलावृष्टि और तेज आंधी का असर देखने को मिल रहा है। 20 मार्च तक आधे से ज्यादा मध्यप्रदेश में ऐसा ही मौसम रहेगा।
21 मार्च तक ऐसा ही रहेगा मौसम
एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ व चक्रवाती असर से 20 मार्च तक मौसम ऐसे ही बने रहने की संभावना है। अगले 24 से 48 घंटे के दौरान जबलपुर सहित संभाग के जिलों में 30 से 40 किमी की रफ्तार से हवा चल सकती है , गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की भी संभावना है।वही 20 मार्च के बाद मौसम में फिर बदलाव आएगा और तापमान में इजाफा होना शुरू हो जाएगा।ग्वालियर चंबल संभाग में अभी 21 मार्च तक गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी का दौर चलेगा। आंधी भी आने के आसार है।
क्या कहता है मौसम विभाग का पूर्वानुमान
वर्तमान में एक साथ 5 सिस्टम एक्टिव है। गुजरात व दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान पर चक्रवाती हवा का घेरा बना हुआ है। उत्तर-पूर्वी राजस्थान पर भी चक्रवाती हवा का घेरा मौजूद है। एक द्रोणिका लाइन उत्तर-पूर्व अरब सागर से दक्षिण-पश्चिमी राजस्थान, गुजरात तो एक अन्य द्रोणिका लाइन व विपरीत दिशा में चलने वाली हवा उत्तर-पूर्वी राजस्थान उत्तर बिहार तक पूर्वी उप्र होते हुए जा रही है।इसके अलावा उत्तर भारत में भी एक पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय है। इसके असर अरब सागर, बंगाल की खाड़ी व उत्तर भारत से नमी मिल रही है और प्रदेशभर में बादल छाए रहने के साथ बूंदाबांदी, बारिश व ओले गिरने की स्थितियां निर्मित हो रही है।