MP Weather Update Today : मध्य प्रदेश के मौसम में एक बार फिर परिवर्तन देखने को मिलने वाला है। इसका कारण पश्चिमी विक्षोभ है। उत्तर भारत में सीजन का पहला वेस्टर्न डिस्टर्बेंस पहुंच गया है जिससे भोपाल, इंदौर, उज्जैन समेत आसपास के इलाकों में इसका असर देखने को मिल सकता है । फिलहाल रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस तक वृद्धि होगी, लेकिन 15 अक्टूबर के बाद तापमान के गिरते ही ठंड का असर दिखाई देने लगेगा। बता दे कि अबतक प्रदेश के 90 प्रतिशत हिस्से से मानसून विदा हो चुका है।
पश्चिमी विक्षोभ का दिखेगा असर
एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, सोमवार से पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत को प्रभावित करेगा, जिससे हवाओं का रुख बदलेगा, ऐसे में नमी आने से प्रदेश में कहीं-कहीं बादल छा सकते हैं । इस दौरान कहीं-कहीं छिटपुट बूंदाबांदी हो सकती है, वही दिन के तापमान में गिरावट तो रात के तापमान में वृद्धि होने के आसार हैं। वही पश्चिमी विक्षोभ गुजर जाने के बाद 11 अक्टूबर से तापमान में गिरावट का सिलसिला शुरू होगा। ग्वालियर-चंबल संभाग समेत नौगांव, खजुराहो और पचमढ़ी में अक्टूबर के अंत में रात का पारा 10 डिग्री तक पहुंच सकता है।
क्या कहता है मौसम विभाग का पूर्वानुमान
एमपी मौसम विभाग की मानें तो पाकिस्तान और उसके आसपास जम्मू-कश्मीर के क्षेत्र में एक पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है, जिससे ग्वालियर चंबल अंचल में रात के तापमान में और वृद्वि होगी, हालांकि दिन के तापमान में ज्यादा परिवर्तन नही आएगा। भोपाल, इंदौर, उज्जैन सहित आसपास के जिलों में रात के तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की बढ़त हो सकती है। फिलहाल 2 दिन यही स्थिति रहेगी, उसके बाद दिन के तापमान में वृद्धि और रात के तापमान में गिरावट आना शुरू हो जाएगी। वहीं 15 अक्टूबर के बाद मलाजखंड, पचमढ़ी, नौगांव सहित कई शहरों में रात का तापमान गिरकर 10 डिग्री सेल्सियस तक भी पहुंच सकता है।
अबतक इन जिलों से मानसून विदा
मध्यप्रदेश में मानसून की विदाई का दौर जारी है। अबतक मुरैना ,श्योपुर ,इंदौर, ग्वालियर, उज्जैन, भिंड, दतिया, निवाड़ी, शिवपुरी, अशोकनगर, गुना, राजगढ़, शाजापुर, आगर, नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ और धार ,भोपाल, टीकमगढ़, छतरपुर, पन्ना, सतना, कटनी, दमोह, सागर, जबलपुर, नरसिंहपुर, सिवनी, छिंदवाड़ा, विदिशा, रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, देवास, खंडवा, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी और अलीराजपुर जिलों से भी मानसून जा चुका है।वही जबलपुर, रीवा और शहडोल संभाग के 9 जिलों से मानसून विदा नहीं हुआ है, एक दो दिन में यहां से भी मानसून के विदा होने का अनुमान है।
अबतक कहां कितनी हुई बारिश
- मध्य प्रदेश में 1 जून से 1 अक्टूबर तक औसत 37.22 इंच बारिश हो चुकी है। इसमें पूर्वी हिस्से में 4% कम और पश्चिमी हिस्से में 3% अधिक पानी गिरा है।
- सबसे ज्यादा बारिश नरसिंहपुर में 51.75 इंच बारिश हुई है।भिंड में 141% तक बारिश हुई।इसके अलावा जबलपुर, सीहोर, रायसेन, अलीराजपुर, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, डिंडोरी, निवाड़ी, देवास, रतलाम, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल और अनूपपुर में बारिश का आंकड़ा 40 इंच या इससे अधिक रहा है।
- सतना में सबसे कम 23.62 इंच और अशोकनगर में 23.81 इंच हुई, वही रीवा-सीधी में भी कम बारिश हुई है।इधर, गुना, अशोकनगर, दमोह, सतना, रीवा और सीधी रेड जोन में है।