MP Weather Alert Today : मध्य प्रदेश से मानसून की विदाई का दौर शुरू हो गया है कि लेकिन 2 वेदर सिस्टम के सक्रिय रहने से रीवा और शहडोल संभाग में 3-4 अक्टूबर को तेज बारिश के आसार हैं। बंगाल की खाड़ी में बनने वाले मौसम तंत्र ने बारिश के असर से पूर्वी मध्य प्रदेश की कुछ जिलों में मध्यम बारिश का अनुमान है, वही प्रदेश के अलग-अलग जिलों में भी हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। वही 5 अक्टूबर से मौसम में बदलाव आना शुरू हो जाएगी और 10 अक्टूबर तक प्रदेशभर से मानसून की विदाई हो जाएगी। इसके अलावा अक्टूबर अंत तक प्रदेश में गुलाबी ठंड दस्तक दे सकती है।
आज इन जिलों में बारिश की चेतावनी
- एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, आज मंगलवार को सिंगरौली और अनूपपुर में मध्यम से भारी बारिश तो सीधी, रीवा, सतना, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, बालाघाट जिले में हल्की बारिश की चेतावनी जारी की गई है।वही नरसिंहपुर, कटनी, पन्ना, बालाघाट, सिंगरौली,बैतूल, छतरपुर, सीधी, सतना, मंडला, छिंदवाड़ा, हरदा और सिवनी जिले में भी हल्की बारिश हो सकती है।
- पूर्वी हिस्से के सीधी, रीवा, डिंडौरी, शहडोल और सतना के लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है।अगले 24 घंटे के दौरान ग्वालियर, दतिया, भिण्ड, शिवपुरी जिलों में आंशिक से मध्यम बादल छाए रहने के साथ कहीं-कहीं बूंदाबांदी हो सकती है।
- उमरिया/बांधवगढ़, कटनी, अनूपपुर, दमोह, सतना, रीवा, डिंडोरी और पन्ना में दोपहर के समय हल्की गरज के साथ बिजली गिरने की संभावना है।
क्या कहता है मौसम विभाग का पूर्वानुमान
वर्तमान में कम दबाव का क्षेत्र उत्तरी छत्तीसगढ़ पर बना हुआ, वहीं चक्रवाती हवा का घेरा मध्य महाराष्ट्र के बीच बना हुआ है। इसके अलावा द्रोणिका लाइन दक्षिणी छत्तीसगढ़ से मध्य महाराष्ट्र तक गुजर रही है, जिसे नमी आ रही है और बारिश हो रही है।इस समय दक्षिण महाराष्ट्र और दक्षिण झारखंड में अलग-अलग कम दबाव के क्षेत्र बने हुए हैं, लेकिन इनका ग्वालियर-चंबल और इंदौर संभाग में ज्यादा प्रभाव नहीं है, क्योंकि मानसून की वापसी रेखा गुलमर्ग, धर्मशाला, पंतनगर, इटावा, मुरैना, सवाई-माधोपुर, बाड़मेर से गुजर रही है।
4-5 दिन में मानसून की विदाई
बता दे कि मध्य प्रदेश में मानसून की विदाई का दौर शुरू हो गया है। सितंबर के अंतिम दिन शनिवार को चंबल संभाग के मुरैना व श्योपुर जिलों से मानसून ने विदाई दी और संभावना जताई जा रही है कि अगले 48 घंटों मेंग्वालियर, चंबल व उज्जैन संभाग के जिलों भी मानसून की वापसी हो जाएगी। भोपाल से इसके 7 से 10 अक्टूबर के बीच विदाई के संकेत हैं ।दक्षिण-पश्चिमी मानसून की 3 अक्टूबर तक वापसी शुरू हो जाएगी और 10 अक्टूबर तक यह पूरे प्रदेश से विदाई ले लेगा।
मध्य प्रदेश में अबतक कहां कितनी हुई बारिश
- मध्यप्रदेश में 1 जून से 1 अक्टूबर तक औसत 37.22 इंच बारिश हो गई, जो तय बारिश से 0.4% बारिश है। पूर्वी हिस्से में 4% कम और पश्चिमी हिस्से में 3% अधिक बारिश हुई है।सबसे ज्यादा बारिश नरसिंहपुर में 51.75 इंच हुई, जबकि भिंड में सामान्य बारिश का आंकड़ा 141% तक पहुंच गया।
- जबलपुर, सीहोर, रायसेन, अलीराजपुर, बुरहानपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, मंडला, बालाघाट, डिंडोरी, निवाड़ी, देवास, रतलाम, नर्मदापुरम, हरदा, बैतूल और अनूपपुर में आंकड़ा 40 इंच या इससे अधिक है। 10 वर्ष में यह सातवां मौका है जब मप्र में 1000 मिमी से कम 943.2 मिमी वर्षा हुई है।