MP Weather Alert : मध्य प्रदेश में मानसून के साथ साइक्लोनिक सर्कुलेशन के सक्रिय होने से अभी पूरे हफ्ते बारिश का दौर जारी रहने वाला है।आज बुधवार को 27 जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है, इन जिलों में 4 इंच तक पानी गिर सकता है। वही आगर-मालवा के लिए अति भारी बारिश का अलर्ट है। 20 जुलाई से एक और नया सिस्टम एक्टिव हो रहा है, जो प्रदेश में 26 जुलाई तक अच्छी बारिश करवाएगा।इधर, बुधवार-गुरुवार को भोपाल, जबलपुर, नर्मदापुरम, इंदौर, उज्जैन संभाग के जिलों में झमाझम वर्षा होने की संभावना है। शेष संभागों के जिलों में कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं।
5 वेदर सिस्टम सक्रिय, 5 संभागों में झमाझम
एमपी मौसम विभाग की मानें तो वर्तमान में मानसून ट्रफ लाइन बीकानेर (राजस्थान), शिवपुरी, मंडला होते हुए बंगाल तक गुजर रही है। दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन सिस्टम एक्टिव हैं, जिससे 20 जुलाई तक पूर्वी मध्यप्रदेश में बारिश की कमी रहेगी, लेकिन नॉर्थ – वेस्ट बंगाल के ऊपर एक और साइक्लोनिक सर्कुेलेशन बन रहा है, इसके प्रभाव से 20 से 26 जुलाई तक कई जिलों में भारी बारिश हो सकती है। ग्वालियर एवं चंबल संभाग में 18 से 22 जुलाई तक अच्छी बारिश होने की उम्मीद है। अगले 48 घंटे जबलपुर, रीवा, शहडोल अलर्ट घोषित किया है। सहित संभाग के अधिकांश जिलों में गरज-चमक के साथ कहीं मध्यम तो कहीं तेज वर्षा होगी।
इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
- आज बुधवार को आगर-मालवा में अति भारी तो रायसेन, सीहोर, नर्मदापुरम, उज्जैन, सिवनी और बालाघाट में भारी बारिश हो सकती है।
- बैतूल, बुरहानपुर, खरगोन, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, रतलाम, देवास, शाजापुर, मंदसौर, नीमच, गुना, अशोकनगर, डिंडोरी, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, मंडला, दमोह और सागर में भी भारी बारिश के आसार है।
- भोपाल, विदिशा, राजगढ़, हरदा, खंडवा, इंदौर, शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना, श्योपुरकलां, सिंगरौली, सीधी, रीवा, सतना, अनूपपुर, शहडोल, उमरिया, कटनी, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़ और निवाड़ी में हल्की बारिश हो सकती है।
अबतक कहां कितनी हो चुकी है बारिश
- प्रदेश में 1 जून से अब तक 26% बारिश ज्यादा हो चुकी है।
- पूर्वी मध्यप्रदेश में औसत से 10% अधिक हुई है। पश्चिमी मध्यप्रदेश में औसत से 22% अधिक बारिश हो चुकी है।
- सिवनी में सबसे ज्यादा 23 इंच के करीब बारिश हुई है।
- खरगोन में सबसे कम 6 इंच बारिश दर्ज की गई है।
- नरसिंहपुर, अनूपपुर, छिंदवाड़ा, डिंडोरी, जबलपुर, मंडला, सागर, इंदौर, नर्मदापुरम, रायसेन, रतलाम, सीहोर और विदिशा में 16 इंच से ज्यादा।
- छतरपुर, रीवा, सतना, सीधी, सिंगरौली, टीकमगढ़, अलीराजपुर, अशोकनगर, बड़वानी, दतिया, ग्वालियर, झाबुआ, खंडवा, खरगोन, मंदसौर, मुरैना में 16 इंच से कम।