भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश के मौसम (Weather) में बदलाव का दौर अभी खत्म नहीं हुआ है।होली से पहले एक बार फिर मौसम (Weather) बिगड़ने के आसार है।मौसम विभाग (Weather Department) की माने तो 16 और 17 मार्च को एक नया सिस्टम बनने जा रहा है, जिसके चलते वातावरण में नमी बढ़ेगी और बादल छाने के आसार हैं।वही गरज-चमक के साथ बौछारें(Rain) पड़ने की भी संभावना है।
मौसम विभाग (Weather Department) की माने तो 16 मार्च को पश्चिमी विक्षोभ(Western Disturbance) के उत्तर भारत में दाखिल होने की संभावना है। इस वजह से तापमान (temperature) में धीरे-धीरे बढ़ोतरी 17 मार्च तक ही जारी रहेगी। 18 मार्च को हवाओं का रुख फिर बदलने की संभावना है।इनके प्रभाव से 18-19 मार्च से एक बार फिर मप्र में बादल छाने लगेंगे और कहीं-कहीं बरसात भी हो सकती है।
पिछले चौबीस घंटे में शनिवार को सबसे अधिक तापमान खंडवा 33 डिग्री सेल्सियस और सबसे कम रीवा और उमरिया में 13 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वही राजधानी का अधिकतम तापमान 32.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 15.6 डिग्री रिकार्ड किया गया।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) की माने तो अगले 48 घंटों के दौरान उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, झारखंड, ओडिशा के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश (Weather Forecast) हो सकती है।वही स्काईमेट के अनुसार 16 और 17 मार्च को पंजाब, हरियाणा और दिल्ली सहित उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में बारिश होने की संभावना है और इस अवधि के दौरान मध्य भारत से दक्षिण भारत तक प्री-मॉनसून (Pre-monsoon) देखा जा सकता है।
बता दे कि हाल ही में हुई बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। कई जिलों में खड़ी फसलें आड़ी हो गई है, लेकिन राहत की खबर ये है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chauhan) ने सर्वे करवा कर किसानों राहत देने का ऐलान किया है।
About Author
Pooja Khodani
खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते।
"कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ।
खबरों के छपने का आधार भी हूँ।।
मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ।
इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।।
दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ।
झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।"
(पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)