MP Weather Update : नवरात्रि से पहले मध्य प्रदेश के सभी जिलों से मानसून पूरी तरह विदा हो गया है और अब पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से 15 अक्टूबर के बाद ठंड का असर देखने को मिलेगा। वर्तमान में उत्तर भारत में मौसम का पहला पश्चिमी विक्षोभ पहुंच चुका है, जिससे पहाड़ी इलाकों में बारिश होगी और प्रदेश में हवा की दिशा उत्तर पूर्वी होते ही ठंड दस्तक दे देगी। रात के तापमान में गिरावट आएगी, इसके बाद नवंबर के महीने से दिन के तापमान में भी गिरावट दर्ज की जाएगी।इस साल दिसंबर जनवरी में कड़ाके की ठंड पड़ने का अनुमान है।
एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, आगामी 11 से 12 अक्टूबर के बीच पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव कम होगा, जिसके बाद तापमान में गिरावट का सिलसिला शुरू होगा। आने वाले दिनों में उज्जैन, भोपाल, इंदौर समेत आसपास के जिलों में रात का तापमान 2 से 3 डिग्री तक बढ़ सकता है, लेकिन 15 अक्टूबर के बाद पचमढ़ी, मलांजखंड, नौगांव समेत कई शहरों में रात का टेम्प्रेचर 10 डिग्री तक पहुंच सकता है।
मप्र से पूरी तरह विदा हुआ मानसून !
एमपी मौसम विभाग की मानें तो 15-20 अक्टूबर के बाद ग्वालियर में रात का पारा 16 से 17 डिग्री सेल्सियस, जबकि दिन का तापमान भी 34 डिग्री सेल्सियस के आसपास पहुंच सकता है, जिससे रात के समय गुलाबी ठंड का अहसास होने लगेगा।।इधर, दक्षिण-पश्चिम मानसून रीवा, सीधी, सिंगरौली, उमरिया, शहडोल, अनूपपुर, डिंडोरी, मंडला और बालाघाट जिलों से भी विदा हो गया है, ऐसे में अब प्रदेश में मौसम पूरी तरह से शुष्क रहेगा। इसके साथ प्रदेशभर में हवाएं भी आठ से 10 किलोमीटर प्रति घंटा चलेगी।MP में 1 जून से 1 अक्टूबर तक औसत 37.22 इंच बारिश हो चुकी है। इसमें पूर्वी हिस्से में 4% कम और पश्चिमी हिस्से में 3% अधिक पानी गिरा है। सबसे ज्यादा बारिश नरसिंहपुर में 51.75 इंच बारिश हुई है।
क्या कहता है मौसम विभाग का पूर्वानुमान
एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, वर्तमान में जम्मू-कश्मीर व पाकिस्तान के इलाकों में एक पश्चिमी विक्षोभ बनने से हवा का रुख बदल गया है और तापमान में भी परिवर्तन आ गया है। पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव अगले दो से तीन दिन तक रह सकता है, जिससे न्यूनतम तापमान में गिरावट की संभावना नहीं है। पश्चिमी विक्षोभ का असर समाप्त होने के बाद हवा का रुख उत्तरी या उत्तर-पश्चिमी होगा। इससे न्यूनतम तापमान में तेजी से गिरावट होगी और मौसम में गुलाबी ठंडक का अहसास होने लगेगा।