भोपाल। नागरिकता संशोधन बिल (कैब) 2019 को लेकर देशभर में अलग अलग प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। कोई इसका समर्थन कर रहा है तो कोई विरोध। कैब को लेकर राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है और राजनीतिक दल एक दूसरे पर जमकर हमला बोल रहे हैं। भोपाल मध्य विधानसभा से कांग्रेस के हाईवोल्टेज विधायक आरिफ मसूद ने प्रदेश में कैब और एनआरसी लागू होने पर विधायकी छोड़ने का ऐलान किया है। उनके इस बायन पर पूर्व कैबिनेट मंत्री और भाजपा विधायक नरोत्तम मिश्ना ने पलटवार किया है। उन्होंने मसूद के बयान को आपत्तिजनक करार दिया है।
शुक्रवार को पूर्व मंत्री और भाजपा विधायक नरोत्तम मिश्रा ने कांग्रेस विधायक मसूद के बयान को आपत्तिजनक बताते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि कैब की भावना को सोचे समझे बगैर बोलना आपत्तिजनक है। उसकी भावना नागरिकता देने की है नागरिकता समाप्त करने की नहीं है। कांग्रेस के लोग पूरे देश में भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं और देश के अंदर विवाद पैदा करने की स्थिति निर्मित कर रहे हैं, जो अच्छी बात नहीं है। पूर्व मंत्री ने सीएम कमलनाथ पर सवालिया निशान साधते हुए कहा कि संगठन के मुखिया होने के नाते कमलनाथ को सोचना और बताना चाहिए कि वे देश तोड़ने वाली ताकतों के साथ हैं या देश जोड़ने वाली ताकतों के साथ।
गौरतलब है कि गुरुवार को भोपाल में कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद ने कैब और एनआरसी बिल के विरोध में एक जनसभा को संबोधित किया था। इस सभा में उन्होंने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने यह तक ऐलान कर दिया था कि अगर मध्य प्रदेश में सरकार ने एनआरसी लागू किया तो वह विधायकी छोड़ देंगे।