भोपाल| लोकसभा चुनाव का ऐलान होने के बाद आचार संहिता लागू हो गई है। अब भाजपा ने कांग्रेस सरकार से हिसाब मांगना शुरू कर दिया है कि कितने किसानों का कर्जा माफ किया है। कर्जमाफी कमलनाथ सरकार की गले की फांस बन गया है| भाजपा ने लोकसभा चुनाव में कर्जमाफी पर सरकार की घेराबंदी शुरू कर दी है| भाजपा के वरिष्ठ विधायक और पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कर्जमाफी पर सरकार पर हमला बोला है और ऐलान किया है कि जिस भी किसान का दो लाख रुपए का कर्ज माफ़ हुआ हो वो उनसे आकर दो लाख का इनाम ले जाए|
दरसअल, विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा 6 जून 2018 को मंदसौर की सभा में कांग्रेस की सरकार बनने पर 10 दिन के भीतर कर्जा माफ करने का ऐलान किया था| इस ऐलान से प्रदेश में कांग्रेस को संजीवनी मिली और 15 साल बाद सत्ता में वापसी हुई| सीएम पद की शपथ लेने के बाद कमलनाथ ने सबसे पहले कर्जमाफी की फाइल को साइन किया| लेकिन ढाई माह बाद भी सरकार कर्जमाफी की प्ररिक्रिया को पूरी नहीं कर पाई और लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लग गई| अब चुनाव बाद कर्जमाफी करने की बात की जा रही है| इस पर सरकार घिर गई है, भाजपा ने कर्जमाफी को किसानों के साथ धोखा बताया है|
पूर्व मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कहा सरकार ने किसानों को धोखा दिया है, मैं आठ दिनों से प्रदेश के प्रवास पर हूं और हर सभा में घोषणा कर रहा हूं,अगर कोई किसान दो लाख रुपए की कर्जमाफी का प्रमाण पत्र लेकर आये तो उसको मैं दो लाख नकद राशि दूंगा| उन्होंने कहा यह हकीकत है कि एक भी व्यक्ति ऐसा नहीं मिला जिसका दो लाख का कर्ज माफ़ हुआ हो, और प्रमाण पत्र मिला हो| घोषणा पत्र में कांग्रेस ने कहा था सभी के दो लाख रुपए कर्ज माफ़ होंगे| कमलनाथ सर्कार किसानों को भ्रमित कर सहकारिता सिस्टम को चौपट कर रही है| दस बीस हजार से ज्यादा किसी किसान का कर्ज माफ़ नहीं हुआ| नरोत्तम मिश्रा ने लोकसभा चुनाव को लेकर कहा देश में नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी के लिए अच्छा माहौल है, प्रदेश और देश इस समय मोदीमय है|