NSUI leader Ravi Parmar will go to High Court in favor of nursing students : छात्र नेता रवि परमार अब नर्सिंग छात्र छात्राओं की परीक्षा की मांग को लेकर हाईकोर्ट लेकर जाएंगे। अधिवक्ता वरुण तन्खा से उनके वकील होंगे और वे हाईकोर्ट में ये केस निशुल्क लड़ेंगे। नर्सिंग छात्र छात्राओं की परीक्षाएं तीन साल से नहीं हुई है और वो लगातार इसकी मांग कर रहे हैं। नर्सिंग परीक्षा और अन्य मांगों को लेकर एनएसयूआई नेता रवि परमार ने मंगलवार को अधिवक्ता वरूण तन्खा से मुलाकात की। इस दौरान हाईकोर्ट से परीक्षा पर रोक हटाने को लेकर चर्चा की। अधिवक्ता वरुण तन्खा ने इस मुलाकात में कहा कि वे मध्यप्रदेश के नर्सिंग छात्र छात्राओं की लड़ाई निशुल्क लड़ेंगे।
निशुल्क केस लड़ेंगे वरुण तन्खा
मध्यप्रदेश में नर्सिंग घोटाला को लेकर एनएसयूआई नेता रवि परमार लगातार छात्र छात्राओं के पक्ष में संघर्ष कर रहे हैं। इस कारण उन्हें पुलिस कई बार गिरफ्तार कर जेल भी भेज चुकी है। नर्सिंग छात्र छात्राओं की मांगों को लेकर रवि परमार मंत्री के बंगले घेराव से लेकर राजभवन तक पैदल मार्च कर चुके हैं लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है। अब वे ये लड़ाई हाईकोर्ट लेकर जा रहे हैं और इसमें उन्हें अधिवक्ता वरुण तन्खा का साथ मिला है। वरूण तन्खा ये केस बिना कोई फीस लिए लड़ेंगे साथ ही छात्र नेता रवि परमार पर छात्र छात्राओं की आवाज उठाने को लेकर दर्ज किए गए झूठे मुकद्दमों के खिलाफ भी हाईकोर्ट में लड़ेंगे। मंगलवार को रवि परमार ने तन्खा से मुलाकात की और दोनों ने इस मामले पर विस्तार से चर्चा की।
रवि परमार ने कहा ‘दोषियों को सजा दिलाएंगे’
रवि परमार ने बताया कि 27 फरवरी 2023 को ग्वालियर हाईकोर्ट ने मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान द्वारा आयोजित नर्सिंग और पैरामेडिकल की परीक्षाओं की पर रोक लगा दी। भाजपा सरकार और मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय की लापरवाही के चलते मामला हाईकोर्ट में चल रहा है और अदालत ने इस मामले में सीबीआई को जांच के आदेश भी दिए। लेकिन अब तक दोषी अधिकारियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। उन्होने कहा कि नर्सिंग और पैरामेडिकल के लाखों नर्सिंग छात्र छात्राओं का भविष्य सरकार की वजह से अधर में लटका चुका हैं और एनएसयूआई छात्र छात्राओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ नहीं होने देगी। परमार ने कहा कि हम सड़क से लेकर उच्च न्यायालय तक छात्र छात्राओं के अधिकारों की लड़ाई लड़ेंगे और नर्सिंग घोटाले में जो दोषी मंत्री अधिकारी और जिन्हें निरीक्षण कर फर्जी नर्सिंग कॉलेजों को मान्यता दी सभी भ्रष्टाचारियों को सलाखों के पीछे पहुंचाएंगे।