भोपाल।
मध्यप्रदेश में कमलनाथ सरकार के इस्तीफा देने के बाद बीजेपी ने सरकार बनाने की योजना शुरू कर दी है। किंतु अभी तक बीजेपी की तरफ से मुख्यमंत्री पद के लिए चेहरा सामने नहीं आ पाया है। ऐसे में कांग्रेसी नेताओं द्वारा यह माना जा रहा है कि बीजेपी में मुख्यमंत्री पद के लिए सहमति नहीं बन पा रही है। इसी बात पर आज मीडिया से चर्चा करते हुए कांग्रेस नेता पीसी शर्मा ने बताया कि बीजेपी में पहले ही बहुत से गुट थे। अब बीजेपी में एक और गुट बढ़ गया है। दलों को चाहिए की अपने नेता का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए प्रस्तावित करें।
कांग्रेस नेता ने बीजेपी में प्रधानमंत्री पद के लिए उम्मीदवार का नाम सामने ना आने के सवाल पर बताया कि बीजेपी अपने ही पार्टी के अंदर 4-5 गुटों से गिरी हुई थी। अब 22 कांग्रेसी विधायक के बीजेपी में शामिल हो जाने के बाद बीजेपी में एक नया गुट बन गया है। मैं समझता हूं कि यदि किसी पार्टी में गुट ज्यादा बन जाए तो तालमेल ना बैठने की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। अब आगे आगे देखिए क्या होता है। वहीं सिंधिया का नाम न लेते हुए उन्होंने उन पर निशाना साधते हुए कहा है कि समर्थकों को चाहिए कि वह अपने नेता को सीएम बनाने की मांग करें। कमलनाथ के वापस सत्ता में आने के सवाल पर शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ के इस्तीफा देने के पूर्व हम लोगों ने उनसे चर्चा की थी। आज प्रदेश में जैसे भी स्थिति है। जिस प्रकार की राजनीति हुई किंतु कमलनाथ सरकार प्रदेश में जीत के साथ वापसी करेगी और एक लोकतांत्रिक मिसाल पेश करेगी। इससे पहले कांग्रेस नेता शर्मा ने कोरोना पर बोलते हुए बताया कि कमलनाथ सरकार इस वायरस के संक्रमण से प्रदेश की जनता को बचाने के लिए 6 मार्च तक सारी तैयारियां पूरी कर चुकी थी। उन्होंने लोगों के बीच फैलते इस संक्रमण को रोकने के लिए सीमाएं सील करने से लेकर स्कूल, कॉलेज, सरकारी एवं गैर सरकारी समारोह से लेकर पर्यटन स्थलों आदि जगहों को भी बंद कर दिया गया था। बाहर से वापस प्रदेश आ रहे हैं लोगों की एयरपोर्ट पर जांच करवाई जा रही है। साथ ही कई आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। वहीं स्लम एरिया एवं छोटे और खुदरा व्यापारियों पर बोलते हुए शर्मा ने कहा कि इन लोगों के लिए कोई उचित व्यवस्था होनी चाहिए। कार्ड धारकों के अलावा जिनके पास कार्ड नहीं है उन्हें भी राशन उपलब्ध कराया जाए। नहीं तो इन लोगों के अंदर भुखमरी जैसी स्थिति आ जाएगी और इन्हें घर से निकलना पड़ेगा। दरअसल इससे पहले शनिवार को कार्यवाहक सीएम कमलनाथ ने भोपाल और जबलपुर निर्धनों एवं गरीबों के लिए मुफ्त राशन के निर्देश दिए थे।
गौरतलब हो की इधर सरकार बनाने के लिए बीजेपी विधायक दल की बैठक शुक्रवार को होनी थी किंतु कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए यह बैठक रद्द कर दी गई थी। जिसके बाद उम्मीद जताई गई थी कि यह बैठक सोमवार को होगी। किंतु सोमवार को भी बीजेपी विधायक दल की बैठक रद्द कर दी गई। जहाँ संभावना जताई जा रही है कि वह बैठक मंगलवार को हो सकती है। अब देखना दिलचस्प है की बीजेपी की तरफ से प्रधानमंत्री पद के लिए किस नाम का चयन किया जाता है।