भूमिपूजन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (MP Narendra Modi) ने अपने संबोधन में कहा कि पूरा देश आज राममय है। सदियों का इंतजार आज समाप्त हुआ है और रामजन्म भूमि आज मुक्त हुई है। उन्होने कहा कि सालों से टेंट के नीचे रह रहे रामलला के लिए अब एक भव्य मंदिर होगा। पीएम ने कहा कि सदियों से कई पीढ़ियों ने श्रीराम के लिए त्याग दिया है, राममंदिर के लिए चले आंदोलन में अर्पण भी था तर्पण भी था, संघर्ष भी था संकल्प भी था। जिनके त्याग और तपस्या से आज ये स्वप्न साकार हो रहा है मैं उन सभी लोगों को देश की जनता की तरफ से सिर झुकाकर नमन करता हूं, उनका अभिनंदन करता हूं। उन्होने कहा कि राम जन जन के मन में बसे हुए हैं, वे हमारी मर्यादा हैं और अयोध्या में श्रीराम के भव्य मंदिर के भूमिपूजन पर मैं कहना चाहता हूं कि श्रीराम मंदिर हमारी आधुनिक और शाश्वत आस्था का प्रतीक बनेगा और हमारी राष्ट्रीय भावना का भी प्रतीक बनेगा। ये मंदिर आने वाली पीढ़ियों को आस्था, श्रद्धा और संकल्प की प्रेरणा देता रहेगा। पीएम मोदी ने ये भी कहा कि मंदिर बनने के बाद यहां अर्थव्यवस्था में भी परिवर्तन होगा और पूरी दुनिया से लोग यहां दर्शन के लिए आएंगे। पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना संकट को देखते हुए भूमिपूजन का कार्यक्रम मर्यादा में रहकर किया गया है। हम समयकाल के अनुसार ही मर्यादित रहकर आचरण कर रहे हैं।
पांच शताब्दियों का संघर्ष और संकल्प पूर्ण हुआ- सीएम योगी आदित्यनाथ
वहीं सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi adityanath) ने अपने संबोधन में इस दिन को ऐतिहासिक, भावनात्मक बताते हुए जय श्रीराम का उद्घोष किया और कहा कि आज पांच शताब्दियों का संघर्ष और संकल्प पूरा हुआ है। वहीं आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि आज का दिन इतना बड़ा दिन है कि सारे देश में खुशी का माहौल है। इस आनंद में एक प्रण हैलेकिन लोगों के संघर्ष को भुलाया नहीं जा सकता है। उन्होने कहा कि मंदिर निर्माण के लिए कई लोगों ने बलिदान दिया है और पीएम मोदी के प्रयासों से सबका इंतजार आज पूरा हो गया है। राम जन्मभूमि ट्रस्ट के प्रमुख महंत नृत्यगोपाल दास ने कहा कि लोग हमसे पूछते कि मंदिर कब बनेगा। हमने कहा था जब एक ओर मोदी है और दूसरी ओर योगी है, तो अब नहीं बनेगा तो कब बनेगा। दुनिया में रह रहे हर हिन्दू की यही इच्छा थी, मंदिर का निर्माण एक नए भारत का निर्माण है, इसे जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए।