भोपाल। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की ग्वालियर में हुई तीन दिवसीय बैठक को लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक दृष्टि से अहम माना जा रहा है। बैठक में संघ ने भारतीय समाज की मौजूदा व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए संयुक्त परिवार की धारणा पर जोर देने पर बल दिया। बैठक के तीसरे दिन भाजपा अध्यक्ष ने भी भाग लिया। वे करीब 7 घंटे तक बैठक में रहे और उन्होंने भाजपा की चुनावी रणनीति एवं मोदी सरकार की योजनाओं का बखान किया। संघ की ओर से शाह को नसीहत दी गई है कि योजनाओं को धरातल पर नहीं पहुंचाया गया है। हालांकि संघ ने शाह को चुनाव में समर्थन देने का भरोसा दिया है।
शाह ने संघ प्रमुख मोहन भागवत और अन्य वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ मंत्रणा की। इसके बाद करीब साढ़े सात घंटे तक तीन अलग-अलग बैठकों में भी शामिल हुए। संघ प्रमुख के समक्ष दस मिनट में उन्होंने पार्टी का प्रतिवेदन भी रखा। इसमें केंद्र सरकार की उपलब्धियां आर योजनाओं को गिनाने के साथ ही एयर स्ट्राइक की सफलता का जिक्र भी किया। इसके बाद लोकसभा चुनाव सफलता के लिए संघ का समर्थन भी मांगा। अपने प्रतिवेदन में शाह ने कहा कि मोदी सरकार जनता के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाएं बनाईं हैं।
भाषणों से काम नहीं चलेगा
शाह का पक्ष सुनने के बाद संघ की ओर से उन्हें नसीहत दी गई कि योजनाएं, भाषण और कार्यक्रम तो ठीक है, लेकिन चुनाव में सफलता के लिए जनता के बीच धरातल पर जाकर मजबूती के साथ काम करना होगा। पता चला है कि देश भर के 43 प्रांतों से आए प्रचारकों, पूर्व प्रचारकों ने लोकसभा चुनाव को लेकर जो फीडबैक दिया है, वह संतोषजनक नहीं कहा जा सकता है। इसी फीडबैक के आधार पर भाजपा अध्यक्ष को चुनावी तैयारी के लिए सब कुछ ठीक करने को कहा है। इस संबंध में सर संघचालक मोहन भागवत, सर कार्यवाह भय्याजी जोशी और कुछ अन्य पदाधिकारियों के साथ अमित शाह और संगठन महामंत्री रामलाल की अलग से मंत्रणा भी हुई है।
जनता के बीच जाएगा संघ
संघ सर कार्यवाह भय्याजी जोशी ने कहा कि एक राजनीतिक दल के नेता के नाते सभी से समर्थन मांगना अमित शाह का काम है। संघ से भी उन्होंने समर्थन मांगा है। हम एक सामाजिक जीवन में हैं। वे एक राजनीतिक दल के अध्यक्ष हैं। चुनाव में संघ की भूमिका निश्चित है। मतदान का प्रतिशत कम होता है तो यह चिंता का विषय है। इसलिए हम जनता के बीच जाकर शत-प्रतिशत मतदान सुनिश्चित कराने के लिए जागरूकता लाने का प्रयास करेंगे। देश हित में कौन ठीक रहेगा, मतदाता इसे जानता है।