जानकारी के अनुसार अजयगढ़ विकासखण्ड में पदस्थ महिला एसडीएम आयुषी जैन ने कांग्रेस नेता एवं जनपद पंचायत अजयगढ़ के अध्यक्ष भरत मिलन पाण्डेय तथा उनके गुर्गों पर खुलेआम धमकाने और बगैर पिटपास के रेत का अवैध परिवहन कर रहे ट्रक को जबरन छुड़ाकर ले जाने का आरोप लगाया है। एसडीएम ने अपने साथ हुई अभद्रता और शासकीय कार्य में बाधा डालने की घटना की लिखित शिकायत स्थानीय पुलिस थाना में दी है। वहीं कलेक्टर को पत्र लिखकर अजयगढ़ एसडीओपी एवं अजयगढ़ थाना प्रभारी को पत्र लिखकर शिकायत की है| आयुषी जैन गुरूवार 16 मई को दोपहर करीब 11 बजे धरमपुर क्षेत्र के गेहूं उपार्जन केन्द्रों का निरीक्षण करने के लिए अपने शासकीय वाहन से जा रही थीं। तभी रास्ते में माधौगंज के समीप रेत से भरा एक ट्रक उन्हें अजयगढ़ की ओर आते हुए दिखाई दिया। जब उसे रोकने की कोशिश की गई तो चालक ने ट्रक की स्पीड बढ़ा दी। शिकायत में एसडीएम ने बताया कि जब ट्रक नहीं रुका तो उन्होंने फारेस्ट वेरियर माधौगंज पर आगे अपना वाहन लगाया तब भी ट्रक नहीं रोका गया, इसके बाद मेने अपना वाहन साइड में लिया| साइड नहीं किया जाता तो टक्कर भी मार देता, मेरे सुरक्षा सैनिक द्वारा डम्पर क्रमांक एमपी 35 एचए 0365 को रुकवाया गया और अजयगढ़ एसडीओपी एवं अजयगढ़ थाना प्रभारी को फ़ोन पर तत्काल मौके पर आने की सूचना दी| लेकिन वे समय पर नहीं पहुंचे|
शिकायती आवेदन में एसडीएम ने आरोप लगाया कि ट्रक का पीछा करने के दौरान कथिततौर पर ट्रक के चालक द्वारा उनके वाहन को टक्कर मारने की कोशिश की गई। रास्ते में वन विभाग के बैरियल (नाका) पर रेत से भरे ट्रक के रूकने पर जांच की गई तो मौके पर पिटपास नहीं मिला। अगले ही पल मोटरसाईकिल से दो व्यक्ति वहाँ पहुंचे और ट्रक ड्रायवर के हाथ में पिटपास दे दिया। बगैर पिटपास के रेत का परिवहन करने को लेकर बात चल ही रही थी कि तभी कांग्रेस नेता एवं अजयगढ़ जनपद पंचायत अध्यक्ष भरत मिलन पाण्डेय वहाँ आ गए। कथिततौर पर पाण्डेय पिटपास दिखाते हुए ट्रक को ले जाने लगे तो एसडीएम द्वारा इसका विरोध किया गया। जिससे बौखलाकर कांग्रेस नेता ने एसडीएम जैन को धमकाते हुए कहा कि “तुमसे जो उखाड़ते बने तो उखाड लो, मेरा कोई कुछ नहीं कर सकता।” दबंगई दिखाते हुए जनपद अध्यक्ष भरत मिलन पाण्डेय रेत से लोड ट्रक को जबरन छुड़ाकर अपने आवासीय परिसर में ले गये और वहाँ रेत को खाली कराकर ट्रक व चालक को भगा दिया।” वहीं मीडिया से चर्चा में एसडीएम ने बताया कि जनपद अध्यक्ष जब ट्रक को छुड़ाकर ले जा रहे थे तब अजयगढ़ थाना पुलिस को दूरभाष पर सूचना दी गई लेकिन पुलिस तत्परता से मौके पर नहीं पहुंची। वहीं चैकिंग के दौरान चालक को अज्ञात लोगों द्वारा जो पिटपास लाकर दिया गया वह फर्जी था। वहीं उन्होंने यह भी बताया कि ट्रक का पीछा करने के दौरान यदि मैनें अपनी गाड़ी न बचाई होती तो ट्रक उसे टक्कर मार देता।