दरअसल, इंदौर के बंगाली चौराहे पर स्थापित पूर्व केंद्रीय मंत्री और दिवंगत राजनेता माधवराव सिंधिया की प्रतिमा को ओव्हर ब्रिज निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए दूसरी जगह स्थान्तरित किया गया। बंगाली चौराहे से समीप के जैन मंदिर के सामने शिफ्ट की गई सिंधिया प्रतिमा को राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की सहमति के बाद ही शिफ्टिंग के काम को आगे बढ़ाया गया।
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प्रतिमा स्थापना के समय कैबिनेट मंत्री तुलसीराम सिलावट, बीजेपी नगर अध्यक्ष गौरव रणदिवे और आईडीए के पूर्व अध्यक्ष मधु वर्मा मौजूद रहे। इस दौरान मंत्री तुलसीराम सिलावट ने फ्लाईओवर का दौरा भी किया। उसके बाद माधवराव सिंधिया की प्रतिमा स्थापित करने के पहले पूजन किया। दूसरे स्थान पर स्थापना के बाद मंत्री तुलसीराम सिलावट ने स्वर्गीय पूर्व मंत्री माधवराव सिंधिया के जीवन के बारे में किए गए कार्यों की चर्चा की। उन्होंने कहा कि मंत्री पद पर रहते हुए माधवराव सिंधिया जी ने कई जन कल्याणकारी कार्य किए गए। जिसमें मुख्य तौर पर इंदौर – महाराष्ट्र रेल लाइन, आईआईएम जैसे संस्थान भी उनकी देन रहे है।
कार्यपालन यंत्री गिरिजेश शर्मा ने बताया कि नियम अनुसार ब्रिज निर्माण का काम 2 वर्ष में पूरा होना था लेकिन प्रतिमा के सही स्थान के चुनाव के चलते निर्माण में विलम्ब हुआ है। साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते लगे लॉक डाउन के कारण मेट्रो प्रोजेक्ट के भी काम रोकना पड़े है, जिसके कारण और ब्रिज बनने में लंबा समय लग गया। हालांकि कार्यपालन यंत्री ने बताया कि फिलहाल, ओव्हर ब्रिज में टोटल चार स्पॉन लगाने बाकी है और अगले 6 माह में जनता को ब्रिज की सौगात मिलने की संभावना भी जताई।