भोपाल| मध्य प्रदेश विधानसबा का शीत कालीन सत्र सोमवार से शुरू हो रहा है। उससे पहले प्रदेश की सियासत में कई तरह की चर्चाओं से माहौल गर्म है| एक तरफ कांग्रेस को हॉर्स ट्रेडिंग की आशंका है और भाजपा नेताओं पर भी लगाए हैं| वहीं कांग्रेस के नाराज नेताओं पर भी निगरानी रखी जा रही है| वहीं सरकार बनाने में सहयोगी सपा, बसपा और निर्दलीयों को साधने के लिए मुख्यमंत्री कमलनाथ बड़ा फैसला ले सकते हैं| कांग्रेस के सूत्रों के अनुसार सत्र जल्द ही मंत्रीमंडल का विस्तार हो सकता है। तीन विधायकों को मंत्री पद की शपथ दिलाई जा सकती है। इसमें बुरहानपुर से निर्दलीय विधायक सुरेंद्र सिंह शेरा और बसपा के दो विधायकों में से एक तथा एक निर्दलीय विधायक को मंत्री बनाया जा सकता है।
विधानसभा में बहुमत सिद्ध करने से पहले विधायकों की खरीद फरोख्त की आशंका से भयभीत कांग्रेस में मंत्रिमंडल की चर्चा हो रही है| इससे नाराज विधायकों को साधने की कवायद की जा रही है| विधानसभा का शीतकालीन सत्र कल से शुरू हो रहा है| संभवतः 8 या 9 जनवरी को सरकार को बहुमत सिद्ध करना होगा| कैबिनेट गठन के दौरान सपा बसपा विधायकों को मंत्री नहीं बनने पर दोनों ही दलों ने नाराजगी व्यक्त की थी कि मंत्री नहीं बनाये जाने से दोनों दलों के विधायक और निर्दलीय भाजपा से हाथ मिलाकर बहुमत सिद्ध करने के दौरान कांग्रेस की मुश्किलें खड़ी कर सकते हैं|
कांग्रेस विधायक दल की बैठक रविवार रात मुख्यमंत्री के निवास पर होने वाली है। इसमें पार्टी के समर्थन देने वाली बसपा के दो और समाजवादी पार्टी के एक विधायक सहित चार निर्दलीय विधायकों को भी आमंत्रित किया गया है। वहीं सोमवार को भाजपा विधायक दल की बैठक शाम पांच बजे भाजपा कार्यालय में होगी। इसी में विपक्ष का नेता कौन होगा इस पर फैसला होगा। बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक के रूप में गृहमंत्री राजनाथ सिंह, पार्टी के वरिष्ठ नेता विनय सहस्त्रबुद्धे मौजूद रहेंगे। वहीं भाजपा विधानसभा अध्यक्ष के लिए भी बीजेपी उम्मीदवार उतारने जा रही है, यदि चुनाव की स्तिथि बनी तो सोमवार दोपहर तक नामांकन जमा होंगे|