नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। केंद्र सरकार ने चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा (Sushil Chandra) को मुख्य चुनाव आयुक्त नियुक्त किया है। सुशील चंद्रा मंगलवार को नई जिम्मेदारी संभालेंगे। उनका कार्यकाल 13 अप्रैल से प्रभावी होगा। वह सुनील अरोड़ा की जगह लेंगे। कालेधन के खिलाफ लड़ाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सुशील चंद्रा ने इंडियन इंस्टीट्यूट मैनेजमेंट (IIM), बेंगलुरु से कई प्रशिक्षण प्राप्त किए हैं। चुनाव आयुक्त नियुक्त होने से पहले सुशील चंद्रा सेंट्रल बोर्ड ऑफ डायरेक्ट टैक्सेज (CBDT) के चेयरमैन थे। उनका यह कार्यकाल 14 मई 2022 तक रहेगा। चंद्रा को 14 फरवरी 2019 को निर्वाचन आयुक्त नियुक्त किया गया था।
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कौन है सुशील चंद्रा?
सुशील चंद्रा भारतीय राजस्व सेवा (RSS) के 1980 बैच के अधिकारी हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, गुजरात, महाराष्ट्र सहित विभिन्न राज्यों में सेवाएं दी हैं। भारत निर्वाचन आयोग में शामिल होने से पहले चंद्रा ने वित्त मंत्रालय के राजस्व विभाग में केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) के अध्यक्ष का पद संभाला था। चंद्रा ऐसे दूसरे आईआरएस और गैर आईएएस अधिकारी हैं, जो टी.एस.कृष्णमूर्ति के बाद चुनाव आयुक्त बने हैं। 2019 लोकसभा चुनाव से पहले ही सुशील चंद्रा को चुनाव आयुक्त नियुक्त किया गया था।
इन राज्यों में चुनाव कराएंगे सुशील चंद्रा
उनका कार्यकाल 14 मई 2022 को खत्म होगा। उनके नेतृत्व में निर्वाचन आयोग गोवा, मणिपुर, उत्तराखंड, पंजाब और उत्तर प्रदेश में विधान सभा चुनाव कराएगा। गोवा, मणिपुर, उत्तराखंड और पंजाब विधान सभा का कार्यकाल अगले साल मार्च में विभिन्न तारीखों पर पूरा हो रहा है। उत्तर प्रदेश विधान सभा का कार्यकाल अगले साल 14 मई को पूरा हो रहा है।