उपचुनाव गड़बड़ियों की जांच के लिए तन्खा ने भेजे 2 वकील, चुनाव आयोग को देंगे रिपोर्ट

Pooja Khodani
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विवेक तन्खा

संदीप कुमार, जबलपुर। मध्यप्रदेश में एक लोकसभा और 3 विधानसभा के उपचुनाव (MP By election 2021) के लिए सियासी घमासान जारी है। इन सबके बीच उपचुनाव में गड़बड़ियों के आरोप लगाते हुए वरिष्ठ अधिवक्ता और राज्यसभा सांसद विवेक तंखा (Congress Rajya Sabha MP Vivek Tankha) ने हाईकोर्ट के दो वकीलों को पृथ्वीपुर रैगांव उपचुनाव में भेजा है जहां वे गड़बड़ियों की जांच करके रिपोर्ट चुनाव आयोग को सौंपेंगे।

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दो दिन पहले पृथ्वीपुर की चुनावी सभा में कमलनाथ (Kamal Nath) की उपस्थिति में विवेक तन्खा ने उपचुनाव में गड़बड़ियों का आरोप लगाते हुए राज्य सरकार (MP Government) को कटघरे में खड़ा किया था। उन्होंने कहा था कि इन चुनावों में हर हालत में जीत सुनिश्चित करने के लिए प्रशासन सरकार की कठपुतली बन गया है। उन्होंने मंच से इस बात की भी घोषणा की थी कि इन चुनावों के पर्यवेक्षण के लिए वे जल्द हाई कोर्ट (Jabalpur Highcourt) के वकीलों की एक कमेटी भेजेंगे।

अब एक ट्वीट कर विवेक तंखा ने इस बात की जानकारी दी है कि उन्होंने जबलपुर दो वकीलों को पृथ्वीपुर और रैगांव विधानसभा भेजा है जहां वे चुनाव में प्रशासन द्वारा बरती जा रही अनियमितताओं और गड़बड़ियों की जांच करेंगे और जांच करने के बाद इसकी रिपोर्ट चुनाव आयोग को सौंपेंगे। विवेक तंखा ने यह भी कहा वकील प्रजातंत्र के प्रहरी होते हैं।

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इसके पहले कमलनाथ भी चुनावी सभाओं में कर्मचारी अधिकारियों को चेतावनी दे चुके हैं और यहां तक कह चुके हैं कि दो के बाद तीन भी आती है यानी 2 नवंबर मतगणना के बाद उन अधिकारी-कर्मचारियों को, जो सरकार के इशारे पर काम कर रहे हैं, कांग्रेस देख लेगी। सोमवार को एक चुनावी सभा में कांग्रेस के विधायक (Congress MLA) कुणाल चौधरी भी कह चुके हैं कि उन अधिकारी-कर्मचारियों के नाम लाल डायरी में अंकित हो रहे हैं जो सरकार के पक्ष में काम कर रहे हैं और कांग्रेस की सरकार आने पर इनका हिसाब किताब बराबर किया जाएगा।

 


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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