मध्यप्रदेश में कांग्रेस (congress) के सत्ता से जाने के बाद कमलनाथ (kamalnath) और दिग्विजय सिंह (digvijay singh) के बीच मनमुटाव और तनातनी की खबरें आम रही। हालांकि दोनों इस बात को नकारते रहे, खासकर दिग्विजय सिंह हमेशा अपने बयान में कहते रहे हैं कि कमलनाथ और उनके रिश्ते सालों पुराने हैं और इसमें कभी कोई दरार नहीं आ सकती। लेकिन गाहे बगाहे फिर कोई ऐसी बात निकल पड़ती है जिससे लगता है कि दोनों के बीच सब कुछ ठीक नहीं है।
एक बार फिर दिग्विजय सिंह बातों ही बातों में कुछ ऐसा कह गए हैं, जिसे कमलनाथ को लेकर शायद उनके मन की बात माना जा सकता है। दरअसल, निजी दौरे पर छिंदवाड़ा पहुंचे दिग्विजय सिंह ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के तौर इतनी मेहनत कर रहे हैं। कमलनाथ इतनी मेहनत करेंगे, इसका उन्हें भरोसा नहीं था। वहीं दिग्विजय सिंह ने ये भी कहा कि लोगों को तो ये भरोसा भी नहीं होता था कि कमलनाथ जी भोपाल में रह पाएंगे या नहीं रह पाएंगे, लेकिन वो उपचुनाव के लिए बहुत मेहनत कर रहे हैं। इस बयान से एक बार फिर कांग्रेस की अंदरूनी खटास सामने आ गई है।
खाद की कमी नहीं. व्यवस्था की है कमी
वहीं, दिग्विजिय सिंह ने कहा है कि प्रदेश में खाद का संकट व्यवस्था की वजह से है। शिवराज सरकार निजी दुकानदारों से खाद बिकवा रही है जबकि पूरा सफ्लाई का काम मेरी सरकार में सहकारी समिती से होता था तो कालाबाजारी नहीं थी। निजी दुकानदारों की वजह से खाद की कालाबाजारी बढ़ रही है सरकार को फिर से सहकारी समितियों से खाद बिकवाना चाहिए। शिवराज सिंह चौहान (shivraj singh chauhan) पर तंज कसते हुए कहा कि कमलनाथ थे तो प्रदेश में उद्योगपति इंवेस्ट करने का मन बना रहे थे लेकिन अब शिवराज पर किसी को भरोसा नहीं है इसलिए उद्योग आने की वजाए जा रहे है।शिवराज सिर्फ घोषणा करते हैं अमल करें तब देखा जाएगा।