भोपाल| सत्ता बदलते ही किसानों की परेशानी बढ़ गई है| यूरिया के संकट से किसानों को जूझना पड़ा है, खाद के लिए लम्बी लाइनों में दिन निकल रहा है और खाद की जगह पुलिस की लाठियां मिल रही है| सोमवार को कई शहरों में यूरिया की किल्लत को लेकर किसानों ने प्रदर्शन किया, रायसेन, राजगढ़, विदिशा, छतरपुर, टीकमगढ़ और अशोकनगर में किसानों का आक्रोश का सामने आया । वहीं राजगढ़-विदिशा में किसानों ने चक्काजाम किया। अशोकनगर और टीकमगढ़ में पुलिस के पहरे में यूरिया बांटा गया। वहीं गुना में लाठीचार्ज किया गया| चुनाव के बाद शुरू हुई खाद की किल्लत पर नई और पुरानी सरकार आमने सामने है, दोनों ही तरफ से आरोप प्रत्यारोप का दौर चल रहा है| इस बीच खाद को लेकर हो रही अव्यवस्थाओं पर सीएम कमलनाथ ने सख्त नाराजगी जताई है| उन्होंने जिम्मेदार अधिकारियों को दो टूक चेतावनी दी है| उन्होंने ट्वीट कर कहा है कि यूरिया लेने के लिये आ रहे किसानो पर लाठियाँ बर्दाश्त नहीं होगी। यह कमलनाथ की सरकार है |
कमलनाथ ने ट्वीट कर लिखा है “प्रदेश में शीघ्र हल होगा यूरिया का संकट।किसान भाई परेशान ना हो।सतत प्रयासों से पर्याप्त मात्रा में यूरिया की उपलब्धता सुनिश्चित। यूरिया लेने के लिये आ रहे किसानो पर लाठियाँ बर्दाश्त नहीं। यह कमलनाथ की सरकार है , किसान हितैषी सरकार है।अधिकारी पुरानी मानसिकता बदले। यह पुरानी सरकार नहीं, जहाँ किसानो के सीने पर गोलियाँ तक दाग़ी गयी।क़ानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ने ना दे लेकिन किसानो का दमन बर्दाश्त नहीं। मेरी सभी ज़िम्मेदारों को खुली चेतावनी”।
दरअसल, सरकार के दावे के बावजूद कई शहरों में किसानों को यूरिया नहीं मिल रहा। रबी फसलों को लेकर चिंतित किसान अब आक्रोशित हो रहे हैं। हालांकि सरकार ने इस संकट से उभरने के लिए केंद्र से बातचीत के बाद यूरिया की आपूर्ति की व्यवस्था कराने का दावा किया है| सात रैक सोमवार को मंडीदीप, छिंदवाड़ा, इटारसी, झुकेही, खंडवा, सतना और हरदा पहुंच चुके हैं। लेकिन, उन्हें किसानों तक पहुंचाने में थोड़ा समय लगेगा। वहीं केंद्रीय उर्वरक एवं रसायन मंत्रालय ने मप्र में 50 हजार मीट्रिक टन यूरिया की सप्लाई तत्काल करने की सहमति दी है। मप्र को यूरिया सप्लाई में राजस्थान, हरियाणा, बिहार और पश्चिम बंगाल के साथ प्राथमिकता देने के निर्देश भी दिए गए हैं। सरकार की सक्रियता के बाद धीरे-धीरे यूरिया की आपूर्ति मध्य प्रदेश में बढ़ने लगी है। दिसंबर के लिए यूरिया का कोटा 3.70 लाख मीट्रिक टन कर दिया है। अभी तक 2.55 लाख मीट्रिक टन खाद आ भी चुकी है। सरकार ने आगामी सात दिन में 30 हजार मीट्रिक टन यूरिया देने की मांग की है।