Benefits of Gulkand : इन दिनों गर्मी अपने चरम पर है। मौसम विभाग में आगामी कुछ दिनों तक हीट वेव चलने का अलर्ट भी जारी किया है। इस दौरान डॉक्टरों ने लोगों को जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकालने की सलाह दी है। साथ ही हेल्दी डाइट लेने की भी सलाह दी गई है। दरअसल, गर्मी के मौसम में ऐसी चीजों का सेवन करना चाहिए जो की शरीर को ठंडक पहुंचाए। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको गुलकंद के बारे में बताएंगे, जिसका रोज सेवन करने पर यह शरीर को ठंडक प्रदान करता है, जिससे गर्मी के मौसम में हमें अच्छा महसूस होता है। यह पाचन को सुधारता है और गैस, एसिडिटी और अपच की समस्याओं को भी कम करने में मदद करता है। यदि आप चाहें तो इस मौसम में इसे अपनी डेली डाइट का हिस्सा बना सकते हैं। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको इससे मिलने वाले फायदे के बारे में बताते हैं।
मिलेंगे 4 फायदे
- गुलकंद का सेनव करने से शरीर को ठंडक पहुंचती है। साथ ही लोगों को सीने में जलन की शिकायत कम होती है। इसके अलावा, गुलकंद में मौजूद गुलाब के फूलों के गुणों के कारण यह त्वचा के लिए भा फायदेमंद माना जाता है। यह कील-मुंहासों को कम करने में भी मददगार होता है।
- गुलकंद खाने से गैस, एसिडिटी और अपच जैसी समस्या से राहत मिलता है। इसमें मौजूद गुलाब के फूलों के गुण पाचन को सुधारते हैं। यह पाचन सिस्टम को ठीक करता है और पेट की समस्याओं को दूर कर सकता है। आप इसे दूध के साथ या फिर एक चम्मच में लेकर खा सकते हैं। इसके अतिरिक्त, गुलकंद खाने से गठिया होने की संभावना को भी कम हो जाती है। साथ ही यह दिमाग को शांति और सुकून प्रदान करता है।
- वहीं, गुलकंद खाने से दिनभर का स्ट्रेस और दिमागी थकान दूर हो जाता है। इससे दिमाग की नसों को आराम पहुंचता है। साथ ही सुकून भरी नींद आती है। दरअसल, इसमें मौजूद गुलाब के फूलों की सुगंध मानसिक चिंता और तनाव को कम कर देती है। ऐसे में अगर आप मेंटल हेल्थ की समस्या से परेशान हैं, तो इसका सेवन कर सकते हैं।
- इसके अलावा, गुलकंद आंखों के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। इसमें मौजूद गुलाब के फूलों के गुणों की वजह से आंखों को ठंडक मिलती है और जलन या खुजली जैसी समस्याएं कम होती है। इसके अलावा, गुलकंद में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स और विटामिन C आंखों के की रोशनी को बढ़ाते हैं।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)