हेल्थ,डेस्क रिपोर्ट। आज हर कोई व्यक्ति स्वास्थ्य को लेकर सजग है खासकर चीनी को लेकर लोग ज्यादा एहतियात बरतने लगे हैं। बता दें कि वाइट शुगर (White Sugar) और ब्राउन शुगर (brown sugar) दोनों पोषण की दृष्टि से और कैलोरी के लिहाज से भी समान है अंतर केवल स्वाद, रंग और इन दोनों की प्रक्रिया में है जिससे होकर ये निकलती है।
मूल रूप से ब्राउन शुगर गुड़ से तैयार शुगर है और इसे मुख्य रूप से रॉ शुगर (कच्ची चीनी) माना जाता है क्योंकि यह सामान्य सफेद शक्कर की तुलना में कम रासायनिक प्रक्रियाओं से तैयार होती है।
यह भी पढ़े…MP : 7 अप्रैल को होगी योजना की शुरुआत, सीएम शिवराज 88 लाख प्रदेशवासियों को देंगे 6414 करोड़ का लाभ
ब्राउन शुगर में वाइट शुगर की तुलना में प्रति ग्राम लगभग 0.25 कैलोरी होती है। ब्राउन शुगर में रिफाइंड सफेद शक्कर की तुलना में थोड़े अधिक खनिज होते हैं। ब्राउन शुगर में 95 प्रतिशत सुक्रोज (गन्ने या चुकंदर से बनने वाली शुगर) और 5 प्रतिशत गुड/शक्कर होती है।
ब्राउन शुगर के फायदे
>> यह पाचन क्रिया को बेहतर रखने में सहायक होती है। इसके सेवन से पेट संबंधी बीमारियां दूर होती है।
>> इसके सेवन से मांसपेशियां मजबूत होती हैं जिससे शारीरिक दर्द से रिलीफ मिलता है।
>> इसके सेवन से वजन कम करने के भी लाभप्रद है।
>> यह एनर्जी बूस्टर की तरह भी काम करती है।
>> इसमें मौजूद एंटी एलर्जिक गुण अस्थमा के जोखिमों से भी राहत देता है।
*Disclaimer :- यहाँ दी गई जानकारी अलग अलग जगह से जुटाई गई एक सामान्य जानकारी है। हमारी सलाह है कि ब्राउन शुगर का प्रयोग करने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें, उसके बाद ही उपयोग करें। MPBreakingnews इसकी पुष्टि नहीं करता है।