Controlling blood sugar: खानपान का सही चयन करना हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, खासकर जब ब्लड शुगर को संतुलित रखना हमारे लिए आवश्यक होता है। मेडिकल साइंस में एक महत्वपूर्ण टर्म है जिसे ‘ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI इंडेक्स)’ कहा जाता है और यह हमें यह बताता है कि कोई भोजन या खाद्य पदार्थ हमारे ब्लड शुगर लेवल को कैसे प्रभावित करता है। इस बारे में समझदारी होना हमारे लिए फायदेमंद है, इसलिए चलिए इस पर हम गहराई से विचार करें।
ग्लाइसेमिक इंडेक्स (GI इंडेक्स) क्या है?
ग्लाइसेमिक इंडेक्स एक पैमाना है जो हमें यह बताता है कि कोई भोजन या खाद्य पदार्थ हमारे ब्लड शुगर लेवल को कितनी तेजी से बढ़ाता है। यह स्केल 0 से 100 तक की होती है, जहां 0 का मतलब है कि यह शुगर को बढ़ाने में कोई प्रभाव नहीं होगा, और 100 का मतलब है कि शुगर को तेजी से बढ़ाने में अधिक प्रभाव होगा। इसमें जितना अधिक ग्लाइसेमिक इंडेक्स, उतनी ही तेजी से शुगर बढ़ती है।
ग्लाइसेमिक लोड क्या है?
ग्लाइसेमिक इंडेक्स के साथ एक और महत्वपूर्ण टर्म है जिसे हम ‘ग्लाइसेमिक लोड’ कहते हैं। ग्लाइसेमिक लोड यह बताता है कि उस फूड में मौजूद कार्ब की संरचना क्या है और वह ब्लड शुगर लेवल को कितना बढ़ाता है। हमे ज्यादा ग्लाइसेमिक लोड वाले भोजन से बचना आवश्यक है, क्योंकि यह शरीर को अधिक इंसुलिन बनाने के लिए प्रेरित कर सकता है और ब्लड शुगर को अनियंत्रित कर सकता है। जिससे हमारा स्वास्थ बिगड़ सकता है।
इंसुलिन का संतुलन है बहुत जरूरी:
इंसुलिन पैंक्रिएस द्वारा उत्पन्न होने वाला हॉर्मोन है, शरीर में ग्लूकोज को सेलों में पहुंचाने का कार्य इंसुलिन ही करता है और शरीर के लिए उर्जा उत्पन्न करने में भी यह मदद करता है। इसीलिए इसका सही मात्रा में होना हेल्दी मेटाबॉलिज्म के लिए बहुत जरूरी है।
विशेषज्ञों के अनुसार ऐसा कोई विशेष भोजन नहीं है जो ब्लड शुगर को बढ़ाएगा, बल्कि सही पैमाने में खाना खाना जरूरी है। समझदारी से और संतुलित रूप से खाना खाने से ब्लड शुगर को संभालना संभव है और इसके लिए हमें ग्लाइसेमिक इंडेक्स और ग्लाइसेमिक लोड की परवाह करने की आवश्यकता नहीं है।
ग्लाइसेमिक इंडेक्स और ग्लाइसेमिक लोड बीमारियों को नियंत्रित रखने के लिए सही खानपान का हिस्सा हैं, लेकिन यह हमें यह नहीं बताते कि कौन-कौन से खाद्य पदार्थ खाने चाहिए या नहीं। इसलिए, सभी को सोच-समझकर अपने खानपान में सुधार करना चाहिए और विशेषज्ञों की सलाह से ही कोई भी बड़ा निर्णय लेना चाहिए।