Health: कब्ज की परेशानी? रसोई में ही छिपा है इसका हल, ऐसे करें इस्तेमाल

Health: कब्ज एक आम समस्या है जो पेट फूलने, मल त्याग में परेशानी और बेचैनी जैसी परेशानियों का कारण बन सकती है। अलसी के बीज इस समस्या से राहत दिलाने में अत्यंत प्रभावी होते हैं। अलसी के बीजों में मौजूद फाइबर मल त्याग को आसान बनाता है और कब्ज से मुक्ति दिलाता है।

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Health: अलसी के बीज, जिन्हें फ्लैक्स सीड्स भी कहा जाता है, पोषक तत्वों का खजाना हैं। इनमें फाइबर, ओमेगा-3 फैटी एसिड, एंटीऑक्सीडेंट और कई अन्य विटामिन और खनिज होते हैं। रोजाना थोड़ी मात्रा में इनका सेवन करने से कई स्वास्थ्य लाभ मिलते हैं, जिनमें कब्ज से राहत, गैस और एसिडिटी में कमी, हृदय स्वास्थ्य में सुधार, वजन घटाने में मदद शामिल हैं। आजकल की अनहेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल के कारण मोटापा, डायबिटीज, हाइपरटेंशन जैसी बीमारियां आम हो गई हैं। इनके साथ ही कब्ज भी एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। कब्ज को मामूली समस्या समझकर नजरअंदाज करना गलती है। यदि यह लंबे समय तक बनी रहती है, तो पाइल्स और फिशर जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए, कब्ज से जल्द से जल्द छुटकारा पाना ज़रूरी है और इसमें आपकी मदद कर सकते हैं अलसी के बीज। अलसी के बीजों में पाए जाने वाले फाइबर मल त्याग को आसान बनाते हैं और कब्ज से मुक्ति दिलाते हैं।

किस तरह करें अलसी का सेवन

1. रोटी में: रोटी बनाते समय आटे में 1-2 चम्मच अलसी के बीज पीसकर मिला लें। इससे रोटी स्वादिष्ट और पौष्टिक दोनों बनेंगी।

2. सलाद में: अपने सलाद में कच्चे या भुने हुए अलसी के बीज छिड़ककर खाएं। यह आपके सलाद को क्रंची और पौष्टिक बना देगा।

3. दही में: अपने दही में 1-2 चम्मच अलसी के बीज और थोड़े से फल या मेवे मिलाकर खाएं। यह एक स्वादिष्ट और पौष्टिक नाश्ता है।

4. स्मूदी या जूस में: अपनी स्मूदी या जूस में 1-2 चम्मच अलसी के बीज मिलाकर पिएं। इससे आपकी स्मूदी या जूस का पौष्टिक मूल्य बढ़ जाएगा।

5. इडली और स्प्राउट्स में: इडली बनाते समय बैटर में 1-2 चम्मच अलसी के बीज मिलाकर स्वादिष्ट और पौष्टिक इडली बनाएं। स्प्राउट्स में कच्चे या भुने हुए अलसी के बीज मिलाकर खाएं।

(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)


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भावना चौबे

भावना चौबे

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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