Health: मोशन सिकनेस एक ऐसी समस्या है जो यात्रा के दौरान देखने को मिलती है। कई लोगों के लिए इस समस्या के चलते यात्रा करना बेहद मुश्किल हो जाता है। मोशन सिकनेस की वजह से हर प्रकार की यात्रा में परेशानी आती है। फिर चाहे वह समुद्र की लहरें हो, कार की उबड-खाबड़ सड़कें हो, या बस की धीमी गती हो, यह सभी गतिविधियां कुछ लोगों के लिए मतली, उल्टी और चक्कर जैसी समस्याएं पैदा कर सकती हैं।
यह समस्या कभी-कभी इतनी ज्यादा खतरनाक हो जाती है कि लोगों को यात्रा करने से ही डर लगने लगता है। इस समस्या का एक वैज्ञानिक कारण भी पता चला है जिसमें ऐसा बताया गया है की हमारे शरीर के संतुलन को बनाए रखने वाले अंग और आंखें एक दूसरे के संकेतों को ठीक से समझने में असमर्थ होती हैं। इसका असर दिमाग पर पड़ता है और मोशन सिकनेस जैसी परेशानी होती है।
Motion Sickness के लक्षण
मोशन सिकनेस या यात्रा की बीमारी कई तरह की सुविधा पैदा कर सकती हैं जैसे चक्कर आना, जी मिचलाना, उल्टी आना, सर दर्द होना, ठंड लगना, शरीर का पीला पड़ना और पसीना आना। इसके अलावा कई लोगों को घबराहट महसूस भी होती है। इन सब लक्षणों की वजह से यात्रा करना मुश्किल हो जाता है।
Motion Sickness से कैसे बचें
1. मोशन सिकनेस से बचने के लिए इस उपाय को आप अपना सकते हैं। अपनी नजर को एक स्थिर बिंदु पर रखें। यानी किसी एक चीज को देखें और उसी पर फोकस करें। आंखों को इधर-उधर घुमाने से बचें। जब हम यात्रा करते हैं तो हमारे आसपास का दृश्य बदलता रहता है। जब हमारी आंखें इतने बदलते हुए दृश्य को देखती हैं तो मस्तिष्क संतुलन बनाने में कठिनाई महसूस करता है। ऐसी स्थिति में एक स्थिर बिंदु पर फोकस करने से मस्तिष्क को यह समझने में मदद मिलती है कि शरीर गति में है।
2. यात्रा करते समय अपनी सीट का चुनाव करना भी मोशन सिकनेस की समस्या से बचा सकता है। यात्रा करने के दौरान कार में आगे वाली सीट पर बैठने से आपकी आंखें सीधे रोड की तरफ देखती है। ऐसे में आंखें और दिमाग एक दूसरे को बेहतर तरीके से समझ पाते हैं।
वहीं अगर आप ट्रेन में सफर कर रहे हैं तो जिस तरफ ट्रेन जा रही है उस तरफ मुंह करके बैठे हैं। या फिर सीधे देखें, ऐसा करने से चक्कर महसूस नहीं होंगे लेकिन अगर आप खिड़की के साइड देखेंगे तो चक्कर और उल्टी महसूस हो सकती है। इस तरह के छोटे-छोटे टिप्स आपकी यात्रा को सुखद बना सकते हैं।
Motion Sickness में क्या उपाय करें
1. पुदीने की कैंडी चूसना या पुदीने की चाय पीना न सिर्फ स्वादिष्ट होता है बल्कि यह सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। यात्रा के दौरान जिन लोगों को मोशन सिकनेस की समस्या होती है उन लोगों को पुदीने की कैंडी चूसने की सलाह दी जाती है।
2. मुंह में लौंग रखने या धीरे-धीरे लौंग चबाना भी बेहतर उपाय माना जाता है। लौंग चबाने से न सिर्फ मुंह की बदबू दूर होती है बल्कि यात्रा भी सुखद गुजराती है। लौंग चबाने से उल्टी नहीं आती है।
डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।