कूल्हों में है तेज दर्द बच्चेदानी हो सकती है बड़ी वजह, करें ये 4 उपाय

हेल्थ, डेस्क रिपोर्ट। महिलाओं का पेल्विक एरिया काफी ज्यादा सेंसिटिव होता है। इस एरिया में ब्लैडर, यूटेरस (uterus), वजाइना और रेक्टम जैसे ऑर्गन आते हैं। इन सारे ऑर्गन में सबसे ज्यादा सेंसिटिव होता है बच्चेदानी वाला एरिया। जिसे सेहतमंद रखना बहुत जरूरी है। बच्चेदानी के बढ़ने से या खिसक जाने से एक उम्र के बाद महिलाओं को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बच्चेदानी का बड़ा होना या फिर ढीला होकर कुछ नीचे खसक जाने से निचले भाग में सूजन और ब्लोटिंग की परेशानी होती है। कई बार कब्ज की शिकायत भी होने लगती है।
क्या है बच्चेदानी का बढ़ना?
बच्चेदानी का बढ़ना यानि उसका कुछ नीचे को खिसक जाना। यूटरेस को होल्ड करने वाली मसल्स के ढीला पड़ने  से महिलाओं को ये शिकायत होती है। फाइब्रॉएड्स, एंडोमेट्रियल कैंसर, पॉलीसिस्टिक  ओवोरियन डिजीज या फिर यूटरेस की लाइनिंग का ज्यादा थिक होना इसका एक कारण हो सकता है। इस वजह से कूल्हों के एरिया में भी तेज दर्द होता है। इसलिए जब भी कूल्हों में दर्द हो तो ये भी ध्यान रखें कि ये यूटरस की वजह से भी हो सकता है।
बच्चेदानी बढ़ना रोकने के लिए आजमाएं घरेलू उपाय
कीगल एक्सरसाइज करें
इस एक्सरसाइज में पीठ के बल लेटकर कूल्हों के पोर्शन को ऊपर उठाना होता है। इससे निचला हिस्सा मजबूत होता है। यूटरस को होल्ड करने वाली मसल्स भी मजबूत होती हैं।
साइकलिंग करें
इस समस्या से बचने का एक अच्छा तरीका  साइकलिंग भी है। साइकिलंग से पैर भी मजबूत होते हैं। इससे पॉश्चर भी ठीक रहता है। इसकी वजह से यूटरस की मसल्स की स्ट्रेंथ बढ़ती है।
डाइट का रखें ध्यान
डाइट में कैल्शियम की खुराक भरपूर लें। फाइबर्स की भी कमी न हो इस बात का ध्यान रखें। प्रोटीन, फाइबर्स और कैल्शियम की कमी नहीं होगी तो मसल्स की ताकत भी बनी रहेगी।
मोशन करते समय प्रेशर न डालें
कई महिलाओं को ये शिकायत होती है कि उन्हें कब्ज है जिसकी वजह से मोशन  करते समय प्रेशर अप्लाई करना पड़ता है। इसका असर यूटरस पर भी पड़ता है। जो नीचे की ओर खिसक जाती है। अपनी डाइट को ऐसा रखें  कि कब्ज की शिकायत हो ही नहीं।

*Disclaimer :- यहाँ दी गई जानकारी अलग अलग जगह से जुटाई गई एक सामान्य जानकारी है। हमारी सलाह है कि डॉक्टर से सलाह लेकर उसके बाद ही प्रयोग करें, उसके बाद ही उपयोग करें। MPBreakingnews इसकी पुष्टि नहीं करता है।


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Amit Sengar

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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है। वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”