नई दिल्ली , डेस्क रिपोर्ट। मेलानोमा ( Melanoma ), एक प्रकार का त्वचा कैंसर ( skin cancer ) है। इस बिमारी में रंग बनाने वाले कोशिकाओं, जिसे मेलानोसाइट्स कहते हैं , उनमें कैंसर उत्पन्न हो जाता है। मेलानोमा स्किन कैंसर के प्रकारों में से एक बहुत ही मुख्य प्रकार माना जाता है । क्या बीमारी melanin जो हमारे शरीर को रंग देने का काम करता है , उससे जुड़ी है । मेलनोमा अक्सर आंखो के आसपास की त्वचा पर देखा जाता है , हालांकि शरीर के अंदर वाले भागों में इसके होने की संभावना है थोड़ी कम होती है । Melanoma बीमारी के खतरे ज खासतौर पर 40 वर्ष आयु की महिलाओं में दिखती है। यदि इस बीमारी का पता जल्दी चले , तो इसका सफल इलाज भी मौजूद है। बात मेलानोमा के कारण की करें , तो अब तक इसका ठोस कारण का पता नहीं लगाया जा पाया है। इसके कारणों कि लिस्ट में व्यक्तिगत या पारिवारिक इतिहास होना भी शामिल है। एक बच्चे या किशोर के रूप में ब्लिस्टरिंग सनबर्न का इतिहास मेलेनोमा के लिए एक और जोखिम कारण माना जाता है ।
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क्या है मेलानोमा के लक्षण ?
हालांकि मेलानोमा के दौरान कोई दर्द नहीं होता । लेकिन इस दौरान खुजली , चेहरे पर ज्यादा तिल होना या नए तिल आना और उनका विकास होना इस बिमारी के लक्षणों में से एक माना जाता है । त्वचा पर काला धब्बा या नीला धब्बा होना , तिल से खून बहना , त्वचा पर गांठ या गांठ (गांठ) तिल का रूप में बदलना , तिल का बढ़ना , तिल में खुजली होना , तिल कि बनावट में बदलाव होना मेलोनोमा के लक्षण हैं । इसके अलावा तिल के आस पास कि त्वचा में लालिमा या सूजन भी मेलानोमा के लक्षण होते हैं ।