Mental Health Tips : बहुत से लोगों को दूसरों के खांसने, छींकने, खाना चबाने, सींटी बजाने, उबासी लेने, खर्राटे लेने और डकार लेने की आवाज सुनकर चिड़चिड़ापन होता है। आमतौर पर लोग इसे सामान्य स्वभाव समझकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन यह समस्या हमेशा ही आपके मूड पर असर डालती है, तो यह मिसोफोनिया (Misophonia) का लक्षण माना जा सकता है। मिसोफोनिया से पीड़ित व्यक्ति टीवी, म्यूजिक या रेडियो की आवाज सुनकर नार्मल रहते हैं, लेकिन जब कोई खांसता, छींकता, खर्राटे लेना या डकार लेता है, तो उन्हें बहुत अधिक बेचैनी होती है और गुस्सा भी आता है। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको मिसोफोनिया के लक्षण और बचाव के टिप्स बताएंगे। आइए जानते हैं विस्तार से…
क्या है मिसोफोनिया?
मिसोफोनिया एक ऐसी स्थिति है, जिसमें कुछ आवाजों को सुनकर व्यक्ति को अत्यधिक चिड़चिड़ापन या घबराहट महसूस होती है। Current Biology में छपी एक अध्ययन के मुताबिक, दुनियाभर में लगभग 20 प्रतिशत लोगों को इस समस्या के शिकार है, जिस कारण उन्हें गुस्सा, चिड़चिड़ापन या तनाव होने लगता है। आवाजों को सुनकर वह इधर-उधर भागने लगते हैं। कई मामलों में तो वे अकेले रहना पसंद करते हैं और अपने आस-पास के लोगों से बुरा व्यवहार करने लगते हैं। इस कंडीशन के बारे में पहली बार साल 2000 में पता लगाया गया था।
लक्षण
- खाना बनाने के दौरान बर्तनों का आवाज
- चबाने की आवाज
- छींकने की आवाज
- सांस लेने की आवाज
- खर्राटे लेने की आवाज
- डकार मारने की आवाज
- उबासी लेना
- ज्यादा सोशल होना पसंद नहीं
- छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा आना
बचाव के टिप्स
- रोज एक्सरसाइज करें
- हेल्दी डाइट लें
- समय से सोएं
- भरपूर नींद
- दोस्तों के साथ समय बिताएं
- कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी (CBT)
- टिन्नीटस मिसोफोनिया थेरेपी
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)