Sleep Paralysis: कहीं आपको भी तो नहीं है स्लीप पैरालिसिस की समस्या, जानें इसके कारण और बचाव का तरीका

Sleep Paralysis: आजकल की बिगड़ती लाइफस्टाइल कई बीमारियों की वजह बनती जा रही है। इसी में एक है स्लीप पैरालिसिस। ये एक तरह का स्लीपिंग डिसऑर्डर है जिसे अगर समय रहते ध्यान न दिया जाए तो गंभीर रूप ले सकता है। चलिए जानते है क्या है स्लीप पैरालिसिस और इससे कैसे बचा जाए।

Sleep Paralysis:  बदलती हुई लाइफस्टाइल का असर आपके हेल्थ पर भी पड़ता है। खानपान और अनहेल्दी लाइफस्टाइल की वजह से कई बीमारियों का खतरा बढ़ रहा है। वहीं दूसरी ओर नींद की समस्या भी आम है। आजकल स्लीपिंग पैटर्न बदलने की वजह से स्लीप डिसऑर्डर की समस्या हो रही है। इनमें से एक स्लीपिंग पैरालिसिस भी है। वैसे तो ये नॉर्मल होते है लेकिन अगर ध्यान ना दिया जाए तो ये गंभीर बन जाता है।

क्या होता है स्लीप पैरालिसिस

स्लीप पैरालिसिस एक तरह का स्लीपिंग डिसऑर्डर है। जिसमें सोते समय ये महसूस होता है कि आप नींद से बाहर आ चुके हैं। इसमें आपको डरावने सपने दिखाई देते है। कोशिश करने पर भी आप अपने हाथ-पैर नहीं हिला पाते हैं। कुछ बोलना चाहते है लेकिन बोल नहीं पाते इसे ही स्लीप पैरालिसिस कहते हैं। सामान्य शब्दों में समझें तो इसमें आप सोए रहते है लेकिन आपका दिमाग जाग चुका होता है।

क्या है स्लीप पैरालिसिस के कारण

  • नींद की कमी की वजह से आपको ये समस्या हो सकती है।
  • स्लीपिंग पैटर्न में बदलाव भी एक वजह है।
  • नशीली चीजों का सेवन से भी ये खतरा बढ़ जाता है।
  • दिमाग पर ज्यादा प्रेशर डालने से भी स्लीप पैरालिसिस होता है।
  • पैनिक डिसऑर्डर भी एक वजह है।

    स्लीप पैरालिसिस से कैसे करें बचाव

  • 7-8 घंटे तक भरपूर नींद लें।
  • सोने से पहले फोन बंद कर दें।
  • सोने और जागने का वक्त एक समान रखें।
  • शराब, सिगरेट जैसी चीजों का सेवन न करें।
  • अपने दिमाग को शांत और एकाग्र बनाने रखें।
  • रोजाना मेडिटेशन करते रहें।

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Saumya Srivastava

Saumya Srivastava

पत्रकार बनने का सपना तो स्कूल के समय से ही था। फिर इस सपने को पंख लगाने के लिए मैंने DDU गोरखपुर से पत्रकारिता में स्नातक किया। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय भोपाल से डिजिटल जर्नलिज्म में परास्नातक की पढ़ाई पूरी की। पढ़ाई के दौरान ही सीखने के लिए मैंने अनादि टीवी में इनपुट डेस्क पर काम किया फिर डिजिटल मीडिया में कदम रखते हुए द सूत्र में काम किया फिर एमपी ब्रेकिंग न्यूज से जुड़ी। उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले की रहने वाली हूं। मैं पॉलिटिकल, क्राइम, हेल्थ, एंटरटेनमेंट और लाइफस्टाइल पर खबरें लिखती हूं।

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