भारत में बढ़ा रहा इस वायरस का खतरा, कोविड जैसे हैं लक्षण, ICMR ने जारी की गाइडलाइंस

H3N2 Infulenza को लेकर ICMR ने गाइडलाइंस जारी की है। इसके लक्षण कोविड जैसे बताए जा रहे हैं। गाइडलाइन में H3N2 Infulenza से जुड़ी जानकारी दी गई है। साथ ही क्या करें और क्या ना करें इससे जुड़ी सलाह भी दी है।

H3N2 Virus: देश में एक बार फिर कोरोना की रफ्तार में तेजी देखी गई है। हाल ही में जारी नए आंकड़ों के मुताबिक करीब 97 दिनों बाद 24 घंटों में 300 से ज्यादा मामले सामने आए हैं। इसी बीच देश में कोविड जैसे लक्षणों वाला वायरस भारत में तेजी से बढ़ रहा है। देश में अब इंफ्लूएंजा फ्लू ने दस्तक दे दी है। इस फ्लू के कारण जल्दी सर्दी, जुकाम और बुखार की समस्या खत्म नहीं होती। इसके साथ मौसम भी लगातार बदलाव हो रहा है। इस संदर्भ में इंडियन काउन्सिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ने निर्देश भी जारी किये हैं। गाइडलाइन में H3N2 Infulenza से जुड़ी जानकारी दी गई है। साथ ही क्या करें और क्या ना करें इससे जुड़ी सलाह भी दी है।

ऐसे हैं लक्षण

पिछले एक महीने से देश में इस फ्लू के मामले बढ़ रहे हैं। साथ ही हॉस्पिटल में मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। बता दें कि इन्फ़्लुएंजा-ए का सब वेरिएन्ट H3N2 है। दिल्ली में इसके मामले लगातार बढ़ते नजर आ रहे हैं। साथ इसके प्रसार का खतरा भी बना हुआ है। बुखार और जुकाम के अलावा लोगों इन्फेक्टेड मरीजों में सांस लेने में तकलीफ से लक्षण भी देखे गए हैं। 82 प्रतिशत मरीजों में बुखार, 27% को ब्रीडिंग इश्यू, 86% को खांसी, 16% को निमोनिया, 16% को घरघराहट, 86% को खांसी और 6% को दौरे की समस्या देखी गई है। इसके अलावा दस्त, शरीर में दर्द, उल्टी और गला खराब होने के लक्षण देखे गए हैं। इस फ्लू में बुखार 3 दिनों में खत्म हो जाता है। खांसी ठीक होने में करीब 3 सप्ताह का वक्त लगता है।

करें ये काम

  • हाथों को नियमित रूप से धोएं।
  • सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें।
  • बाहर जाने पर फेस मास्क पहने।
  • छींकते और खाँसते समय मुंह और नाक ढंके।
  • बार-बार मुंह और नाक को छूने से परहेज करें।
  • खुद को हमेशा हाइड्रैट रखें।
  • सिरदर्द और बुखार होने पर पैरासिटामोल लें।

ना करें ये काम

  • डॉक्टरों की सलाह के बिना एंटीबायोटिक्स और अन्य दवाएं ना लें।
  • आईसीएमआर ने डॉक्टरों को सिर्फ लक्षणों के जरिए इलाज प्रीस्क्राइब करने की सलाह दी है।
  • खुद दवाइयाँ ना लेकर लक्षणों के दिखने पर फौरन डॉक्टरों से संपर्क करें।