PCOD: आजकल पीसीओडी एक आम समस्या बन गई है। यह सिर्फ प्रजनन क्षमता से जुड़ी समस्या नहीं है, बल्कि इसके कई अन्य लक्षण भी होते हैं जैसे अनियमित मासिक धर्म, वजन बढ़ना, चेहरे पर बाल आना और कब्ज। ये सभी लक्षण शरीर में हार्मोनल असंतुलन के कारण होते हैं। दिल्ली यूनिवर्सिटी से न्यूट्रिशन्स में मास्टर्स करने वाली और हार्मोन और गट हेल्थ कोच मनप्रीत के अनुसार, पीसीओडी के इन लक्षणों को कम करने के लिए खानपान और जीवनशैली में बदलाव लाना बहुत जरूरी है। वे बताती हैं कि अलग-अलग लक्षणों के लिए अलग-अलग उपाय कारगर होते हैं और सही आहार और व्यायाम से इन लक्षणों को काफी हद तक नियंत्रित किया जा सकता है।
पीसीओडी एक आम हार्मोनल विकार है जो महिलाओं को कई तरह की समस्याएं देता है। इनमें से एक प्रमुख समस्या है मासिक धर्म में अनियमितता। कई महिलाओं को पीसीओडी के कारण बहुत अधिक रक्तस्राव होता है, जिसे हैवी पीरियड्स कहते हैं। वहीं, दूसरी ओर, कई महिलाओं को पीसीओडी के कारण मासिक धर्म कम दिनों के लिए आता है या फिर कई महीनों तक बिलकुल नहीं आता है। यह अनियमितता शरीर में हार्मोन के असंतुलन के कारण होती है, जो पीसीओडी का एक प्रमुख लक्षण है।
पीसीओडी और विटामिन बी6
पीसीओडी के कारण शरीर में हार्मोनल असंतुलन होता है जो अक्सर ओव्यूलेशन प्रक्रिया को बाधित करता है। इसी वजह से पीसीओडी से पीड़ित महिलाओं को अनियमित मासिक धर्म का सामना करना पड़ता है। विटामिन बी6 शरीर में हार्मोन के संतुलन को बनाए रखने में मदद करता है। यह विटामिन ओव्यूलेशन को बेहतर बनाने और मासिक धर्म चक्र को नियमित करने में भी सहायक हो सकता है। साबुत अनाज, छोले, टोफू, अंडे और केले जैसे खाद्य पदार्थ विटामिन बी6 का अच्छा स्रोत हैं। इन खाद्य पदार्थों को अपने आहार में शामिल करने से पीसीओडी के कारण होने वाली मासिक धर्म की समस्याओं को कम करने में मदद मिल सकती है।
मूड स्विंग्स
पीसीओडी से पीड़ित महिलाओं को अक्सर मूड स्विंग्स की समस्या का सामना करना पड़ता है। यह समस्या शरीर में एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के असंतुलन के कारण होती है। मूड स्विंग्स को कम करने के लिए आपको अपनी डाइट में मैग्नीशियम से भरपूर खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए। हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे पालक और ब्रोकली, सूखे मेवे, बीज, दूध और साबुत अनाज मैग्नीशियम के अच्छे स्रोत हैं। मैग्नीशियम नर्वस सिस्टम को शांत करने और तनाव को कम करने में मदद करता है, जिससे मूड स्विंग्स को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
अनचाहे बाल
पीसीओडी से पीड़ित महिलाओं में अक्सर शरीर में पुरुष हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जिसके कारण चेहरे, छाती और पीठ पर अनचाहे बाल उगने लगते हैं। स्पियरमिंट टी पीना इस समस्या का एक प्राकृतिक उपाय हो सकता है। स्पियरमिंट में एंटी-एंड्रोजन गुण पाए जाते हैं जो शरीर में पुरुष हार्मोन के स्तर को कम करने में मदद करते हैं। नियमित रूप से स्पियरमिंट टी पीने से अनचाहे बालों की समस्या को कम करने में मदद मिल सकती है।
एंड्रोजन
पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं में अक्सर शरीर में पुरुष हार्मोन (एंड्रोजन) का स्तर बढ़ जाता है, जिसके कारण चेहरे, गर्दन और शरीर के अन्य हिस्सों पर अनचाहे बाल उगने लगते हैं। स्पियरमिंट टी में ऐसे गुण पाए जाते हैं जो शरीर में एंड्रोजन और टेस्टोस्टेरोन के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। स्पियरमिंट में मौजूद एंटी-एंड्रोजन गुण, हार्मोनल असंतुलन को कम करके अनचाहे बालों की समस्या को कम करने में सहायक होते हैं। नियमित रूप से स्पियरमिंट टी पीने से हार्मोनल संतुलन बनाए रखने में मदद मिल सकती है और पीसीओएस के अन्य लक्षणों को भी कम किया जा सकता है।
(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)