क्या है Water Fasting? वजन घटाने और सेहत सुधारने का अद्भुत तरीका, जानें फायदे और नुकसान

Water Fasting: वॉटर फास्टिंग, जिसे जलव्रत भी कहा जाता है, एक विवादास्पद स्वास्थ्य प्रथा है जिसमें केवल पानी का सेवन किया जाता है, और कुछ मामलों में, कुछ नमक या खनिज भी शामिल किए जा सकते हैं। यह आमतौर पर 24 घंटे से लेकर कई हफ्तों तक किया जाता है।

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Water Fasting: सोशल मीडिया पर इन दिनों वजन घटाने को लेकर एक खासा ट्रेंड चल रहा है। कई लोग तेजी से वजन कम करने के लिए तरह-तरह के तरीके अपना रहे हैं। इन्हीं में से एक तरीका है वॉटर फास्टिंग (Water Fasting) या जलव्रत, जिसकी चर्चा हाल ही में अदीस मिलर नाम के एक व्यक्ति के कारण काफी सुर्खियों में है। अदीस का दावा है कि उन्होंने 21 दिन के वॉटर फास्टिंग (Water Fasting) से 13 किलो वजन कम कर लिया। हालांकि, उनका ये दावा कई सवाल भी खड़े करता है। Water Fasting वाकई कितना कारगर है? क्या इसके कोई दुष्प्रभाव हैं? आइए, इस लेख में हम वॉटर फास्टिंग की गहराई से जांच करें और जानें कि यह वजन घटाने का कितना सुरक्षित और फायदेमंद तरीका है।

क्या होता है वाटर फास्टिंग

वॉटर फास्टिंग, जिसे जलव्रत भी कहा जाता है, एक ऐसी प्रथा है जिसमें एक निश्चित समय के लिए, आमतौर पर 24 घंटे से लेकर कई दिनों तक, सिर्फ पानी का सेवन किया जाता है। इस दौरान, व्यक्ति किसी भी प्रकार का भोजन या अन्य पेय पदार्थ ग्रहण नहीं करता है। वॉटर फास्टिंग के दौरान, शरीर ऊर्जा के लिए शरीर में संग्रहित भंडारों, जैसे कि लिवर और मांसपेशियों के ऊतकों में संग्रहीत ग्लाइकोजन पर निर्भर करता है।

वॉटर फास्टिंग के फायदे

1. वजन घटाना: वॉटर फास्टिंग का सबसे मुख्य फायदा वजन कम करना है। जब आप फास्ट करते हैं, तो आपका शरीर कैलोरी का सेवन नहीं करता है, जिसके कारण शरीर में जमा फैट का इस्तेमाल ऊर्जा के लिए होने लगता है।

2. कीटोसिस: वॉटर फास्टिंग के दौरान, आपका शरीर कीटोसिस नामक एक चयापचय स्थिति में प्रवेश कर जाता है। इस स्थिति में, लिवर वसा को ऊर्जा के लिए कीटोन नामक छोटे अणुओं में तोड़ना शुरू कर देता है।

3. डिटॉक्सिफिकेशन: कुछ लोगों का मानना ​​है कि वॉटर फास्टिंग शरीर को डिटॉक्सिफाई करने में मदद करता है।

4. सूजन कम करना: कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि वॉटर फास्टिंग सूजन को कम करने में मदद कर सकता है, जो कई पुरानी बीमारियों से जुड़ी है।

5. सेलुलर मरम्मत: कुछ शोध बताते हैं कि वॉटर फास्टिंग सेलुलर मरम्मत को बढ़ावा दे सकता है और उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा कर सकता है।

वॉटर फास्टिंग के नुकसान

1. निर्जलीकरण

यह वॉटर फास्टिंग का सबसे गंभीर जोखिम है। जब आप फास्ट करते हैं, तो आपका शरीर तरल पदार्थ और इलेक्ट्रोलाइट्स (जैसे सोडियम और पोटेशियम) खो देता है। यदि आप पर्याप्त पानी नहीं पीते हैं, तो आपको निर्जलीकरण हो सकता है, जिसके लक्षणों में सिरदर्द, चक्कर आना, थकान, शुष्क मुंह, और पेशाब कम होना शामिल हैं। गंभीर मामलों में, निर्जलीकरण किडनी फेलियर, दौरे और यहां तक कि मृत्यु भी हो सकती है।

2. पोषक तत्वों की कमी

वॉटर फास्टिंग के दौरान, आपको अपने शरीर को स्वस्थ रहने के लिए आवश्यक सभी पोषक तत्व नहीं मिलते हैं। इससे थकान, कमजोरी, मांसपेशियों में दर्द, बालों का झड़ना, और प्रतिरक्षा प्रणाली का कमजोर होना जैसी समस्याएं हो सकती हैं। लंबे समय तक वॉटर फास्टिंग करने से गंभीर पोषक तत्वों की कमी हो सकती है, जिसके लिए अस्पताल में भर्ती होने की आवश्यकता हो सकती है।

3. मांसपेशियों का नुकसान

जब आप फास्ट करते हैं, तो आपका शरीर ऊर्जा के लिए वसा और मांसपेशियों दोनों का उपयोग करता है। यदि आप लंबे समय तक फास्ट करते हैं, तो आप मांसपेशियों का नुकसान अनुभव कर सकते हैं, खासकर यदि आप पर्याप्त प्रोटीन का सेवन नहीं करते हैं। मांसपेशियों का नुकसान कमजोरी, थकान और चोट के खतरे में वृद्धि का कारण बन सकता है।

4. रक्तचाप में गिरावट

वॉटर फास्टिंग रक्तचाप में गिरावट का कारण बन सकता है, खासकर उन लोगों में जिन्हें पहले से ही रक्तचाप की समस्या है। रक्तचाप में गिरावट से चक्कर आना, बेहोशी और यहां तक कि गिरने का खतरा बढ़ सकता है।

5. चक्कर आना और बेहोशी

रक्तचाप में गिरावट और निर्जलीकरण के कारण वॉटर फास्टिंग के दौरान चक्कर आना और बेहोशी आम है। यदि आप फास्टिंग करते समय इन लक्षणों का अनुभव करते हैं, तो तुरंत पानी पीना और आराम करना महत्वपूर्ण है। यदि लक्षण गंभीर हैं, तो आपको चिकित्सा सहायता लेनी चाहिए।

(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)


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भावना चौबे

भावना चौबे

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