नई दिल्ली,डेस्क रिपोर्ट। चीन के सिचुआन प्रांत के लुडिंग काउंटी में आज भूकंप (earthquake) के तेज झटके महसूस किए गए। बता दें कि स्थानीय समयानुसार दोपहर 12:25 बजे आए भूकंप की तीव्रता 6.8 मापी गई। दक्षिण-पश्चिमी चीन के हिस्से में सोमवार दोपहर जोरदार भूकंप आने से 21 लोगों की मौत हो गई। इसके साथ ही कई लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं।
आपको बता दें कि भूकंप का केंद्र 29.59 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 102.08 डिग्री पूर्वी देशांतर में 16 किमी की गहराई पर थी। तिब्बत से सटे सिचुआन प्रांत को भूकंप से अधिक खतरा रहता है। तिब्बती पठार को भी भारी भूकंपों के लिए प्रवण माना जाता है क्योंकि यह उस जगह पर बैठता है जहां टेक्टोनिक यूरेशियन और भारतीय प्लेटें मिलती हैं, जो अक्सर भारी बल से टकराती हैं।
धरती मुख्य तौर पर चार परतों से बनी होती हैं। इनर कोर, आउटर कोर, मैनटल और क्रस्ट। क्रस्ट और ऊपरी मैन्टल कोर को लिथोस्फेयर कहते हैं। ये 50 किलोमीटर की मोटी परत कई वर्गों में बंटी हुई है जिसे टैकटोनिक प्लेट्स कहते हैं। ये टैकटोनिक प्लेट्स अपनी जगह पर कंपन करती रहती हैं और जब इस प्लेट में बहुत ज्यादा कंपन हो जाती है, तो भूकंप महसूस होता है।
भूकंप का केंद्र वह स्थान होता है जिसके ठीक नीचे प्लेटों में हलचल से धरती हिलने लगती है। इस स्थान पर या इसके आसपास के क्षेत्रों में भूकंप का असर ज्यादा होता है। अगर रिक्टर स्केल पर 7 या इससे अधिक की तीव्रता वाला भूकंप है तो आसपास के 40 किमी के दायरे में झटका तेज होता है।