भीख मांगने वाली महिला की सच्चाई जानकर उड़ गए पुलिस के होश, अलग अलग मस्जिदों में मांगती थी भीख

Beggar woman turns out to be a millionaire : अक्सर ही हम सड़कों पर भीख मांगने वालों को कुछ न कुछ दे देते हैं। कभी थोड़े पैसे तो कभी खाने पीने की चीज़ें। भिखारियों की बदहाली देखकर मन द्रवित होना स्वाभाविक है। हाालंकि कई बार भिखारियों का रैकेट भी पकड़ा गया है जो इस काम की आड़ में अपराध करते थे। इसी के साथ कई लोग जो काम करने में सक्षम है, वो भी ये आसान रास्ता अपना लेते हैं। इतना ही नहीं, कई बार तो कुछ भिखारियों की असलियत सामने आई तो लोगों को भरोसा नहीं हुआ। उनके पास अच्छा खासा पैसा और सुविधाएं पाई गई। ऐसा ही एक मामला संयुक्त अरब अमीरात में सामने आया है।

अपराध की श्रेणी में आता है भीख मांगना

संयुक्त अरब अमीरात भीख मांगना अपराध की श्रेणी में आता है। पुलिस ने एक महिला भिखारी को पकड़ा है जो चुपके चुपके भीख मांगती थी। खलीज टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक अबु धाबी निवासी एक व्यक्ति को शक हुआ कि ये महिला मस्जिद के पास भीख मांगती है। इसे लेकर उसने पुलिस में शिकायत की। पुलिस ने महिला की निगरानी को तो पता चला कि वो रोजाना शहर की अलग अलग मस्जिदों में भीख मांगती थी। ये काम वो छुप छुपकर करती थी क्योंकि वहां वो अपराध माना जाता है।

भीख मांगने वाली महिला निकली इतनी अमीर 

लेकिन बात सिर्फ इतनी नहीं थी..अबु धाबी पुलिस ने जब उसका पीछा किया तो पता चला कि वो भीख मांगने के बाद काफी दूर तक पैदल चलकर जाती है। फिर एक लग्जरी गाड़ी में बैठकर खुद उसे ड्राइव कर घर जाती है। ये एक चौंकाने वाला मामला था। इसके बाद पुलिस ने महिला को गिरफ्तार किया तो उसके पास से बहुत सारा कैश भी बरामद हुआ। अब इस महिला के खिलाफ पुलिस ने कड़ी कार्रवाई की है। यूएई में भीख मांगने को असभ्य कार्य की श्रेणी में गिना जाता है और अपराध माना जाता है। इसकी एवज में तीन महीने की जेल और पांच हजार दिरहम  (एक लाख से अधिक रूपये) जुर्माना या दोनों में से कोई एक सजा मिल सकती है।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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