RSS और BJP पर हमलों के बीच अमेरिका में बोले राहुल गांधी- मुझे मोदी जी पसंद हैं,मैं उनसे नफरत नहीं करता, जनता ने ऐसे दिया रिएक्शन

राहुल गांधी ने कहा कि आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि मैं मोदी जी से नफरत नहीं करता वो मुझे पसंद हैं, बस मैं उनके द्रष्टिकोण से सहमत नहीं हूँ, भारत के लिए वे अलग विचार रखते हैं और मैं अलग ।

Atul Saxena
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Rahul Gandhi Washington DC

Rahul Gandhi USA Tour : लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी इन दिनों अमेरिका की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं , वे अलग अलग यूनिवर्सिटी में जा रहे हैं और कांग्रेस एवं अपने आइडिया को शेयर कर रहे हैं और मोदी सरकार के आइडिया से उसकी तुलना कर रहे हैं, राहुल भारत में बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई सहित अन्य मुद्दों को विदेश की धरती पर डिस्कस कर रहे हैं और भविष्य के भारत की बात कर रहे हैं।लेकिन भाजपा और आरएसएस पर हमलों के बीच राहुल गांधी ने कहा – आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि मैं मिस्टर मोदी से नफरत नहीं करता, मैं उनके द्रष्टिकोण से सहमत नहीं हूँ।

हम दुश्मन नहीं है, मैं उन्हें पसंद करता हूँ 

राहुल गांधी अमेरिका की अलग अलग यूनिवर्सिटीज में जाकर स्टूडेंट्स के साथ इंटरेक्शन कर रहे हैं, इसमें कुछ अन्य लोग भी शामिल हैं जो राहुल गांधी से सवाल कर रहे हैं। राहुल गांधी अपने टूर के दौरान जॉर्ज टाउन यूनिवर्सिटी वाशिंगटन डीसी में पहुंचे, वहां सवाल जवाब के बीच राहुल गांधी ने कहा कि आपको ये जानकर आश्चर्य होगा कि मैं मोदी जी से नफरत नहीं करता वो मुझे पसंद हैं, बस मैं उनके द्रष्टिकोण से सहमत नहीं हूँ, भारत के लिए वे अलग विचार रखते हैं और मैं अलग, हम दुश्मन नहीं हैं, कई मामलों में मैं उनके प्रति सहानुभूति भी रखता हूँ।

हॉल में मौजूद लोगों ने हंसकर दिया रिएक्शन 

राहुल गांधी के इतना कहते हैं वहां मौजूद लोग जोर से हंसने लगे, राहुल गांधी का बयान सुनकर उनका इंटरव्यू कर रहे व्यक्ति भी हंस पड़े। दरअसल राहुल गांधी का ये बयान ऐसे समय आया जब वे अमेरिका में ही भाजपा और आरएसएस पर कल से हमलावर हैं, मोदी सरकार की कमियां गिना रहे हैं ऐसे में मोदी को पसंद करने वाले बयान ने सियासत को अलग दिशा दे दी है।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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