MP Breaking News

Welcome

Fri, Dec 5, 2025

चीन के शंघाई में दिवाली का शानदार जश्न, भारतीयों समेत चीनी और विदेशी नागरिकों ने की शिरकत

Written by:Sanjucta Pandit
इस बार दिवाली की रौनक चीन के शंघाई में भी दिखी। भारतीय दूतावास ने महावाणिज्य दूत प्रतीक माथुर की अगुवाई में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें 800 से ज्यादा लोग शामिल हुए।
चीन के शंघाई में दिवाली का शानदार जश्न, भारतीयों समेत चीनी और विदेशी नागरिकों ने की शिरकत

आज देशभर में दिवाली की धूम मची हुई है। हर गली-मोहल्ला, हर घर दीयों की रोशनी से जगमगा रहा है। मिठाइयों की खुशबू और पटाखों की आवाज़ से पूरा माहौल उत्सवमय हो गया है। लोग अपने-अपने घरों में मां लक्ष्मी और गणेश जी की पूजा करके सुख-समृद्धि की कामना कर रहे हैं। दुकानों, दफ्तरों और मंदिरों में भी चहल-पहल है, लेकिन इस बार दिवाली का रंग सिर्फ भारत तक सीमित नहीं रहा, इसकी रौनक चीन तक फैल गई है।

जी हां, चीन का मशहूर शहर शंघाई भी इस बार दिवाली की चमक से नहा उठा। वहां भी दीयों की लौ ने रिश्तों की गर्माहट और संस्कृतियों की मिठास को एक साथ जोड़ दिया।

महावाणिज्य दूत ने की अगुवाई

शंघाई में भारतीय दूतावास की ओर से एक शानदार कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसकी अगुवाई वहां के महावाणिज्य दूत प्रतीक माथुर ने की। यह कार्यक्रम किसी त्योहार से कम नहीं था। यह एक मिनी इंडिया जैसा नजारा था, जहां रंग-बिरंगे कपड़ों में लोग नाचते, हंसते और एक-दूसरे को मिठाइयां बांटते नजर आए। इस समारोह में लगभग 800 लोग शामिल हुए। इनमें भारत के नागरिक के साथ-साथ चीन के स्थानीय लोग और कई अन्य देशों से आए मेहमान भी मौजूद थे। सबके चेहरे पर एक ही मुस्कान थी।

ऐसे शुरू हुआ कार्यक्रम

कार्यक्रम की शुरुआत पारंपरिक तरीके से लक्ष्मी पूजन से की गई। मंत्रोच्चार और फूलों की खुशबू से माहौल आध्यात्मिक हो गया। जैसे ही दीप प्रज्वलन हुआ, पूरा सभागार सुनहरी रोशनी से भर गया। इसके बाद एक के बाद एक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की झड़ी लग गई। भारत के अलग-अलग राज्यों की लोक नृत्य प्रस्तुतियां हुईं, जिनमें भरतनाट्यम, भांगड़ा, गरबा और कथक ने सबका दिल जीत लिया। मंच पर भारतीय धुनें बज रही थीं और दर्शक तालियां बजा-बजाकर कलाकारों का उत्साह बढ़ा रहे थे।

सोशल मीडिया पर वायरल

महावाणिज्य दूत प्रतीक माथुर ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि दिवाली जैसे त्योहार भारत ही नहीं पूरी दुनिया में शांति, प्रेम और एकता का संदेश फैलाते हैं। उन्होंने कहा कि शंघाई में इस तरह का उत्सव मनाना भारत और चीन के बीच सांस्कृतिक रिश्तों को मजबूत बनाता है। भारतीय संस्कृति की इस झलक को देखकर स्थानीय चीनी नागरिक भी बेहद प्रभावित हुए। उन्होंने कहा कि भारत की परंपराएं, संगीत और नृत्य में एक अलग ही एनर्जी होती है, जो सबको एक साथ जोड़ देती है। कई चीनी लोगों ने भारतीय परिधान पहनकर फोटो खिंचवाई और पूजा में हिस्सा लिया। सोशल मीडिया पर अब इन तस्वीरों और वीडियोज की भरमार है।

भारतीय व्यंजन

खाने-पीने की बात करें तो इस जश्न में भारतीय व्यंजनों की खुशबू ने सबका दिल जीत लिया। समोसे, पनीर टिक्का, गुलाब जामुन, लड्डू और बिरयानी जैसे पारंपरिक पकवान मेहमानों को परोसे गए। कई चीनी मेहमानों ने पहली बार भारतीय खाना चखा और कहा कि ये स्वाद उनके दिल में बस गया है। भारतीय मसालों और व्यंजनों की तारीफ हर जुबां पर थी। शंघाई का यह दिवाली सेलिब्रेशन अब चर्चा का विषय बन गया है। इंटरनेट पर इस कार्यक्रम की तस्वीरें और वीडियो वायरल हो रहे हैं।