नई दिल्ली,डेस्क रिपोर्ट। थाईलैंड (Thailand) के पूर्वोत्तर प्रांत में गुरुवार को एक पूर्व पुलिस अफसर ने चाइल्ड केयर सेंटर (Child Care Centre) में अंधाधुंध फायरिंग की। घटना में 22 बच्चे समेत 34 लोग मारे गए हैं। हमलावर ने अपने परिवार को भी खत्म कर दिया, फिर खुदकुशी कर ली। और इस घटना के बाद वहां चीख पुकार मच गई है। आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल है। कई लोग आश्रय लेने के लिए सुरक्षित स्थान पर चले गए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह घटना नोंग बुआ लाम्फू प्रांत की है। हमलावर पूर्व पुलिस अफसर पन्या खमरब (34) था। ड्रग्स के एक केस के सिलसिले में उसे नौकरी से निकाल दिया गया था।चाइल्ड केयर सेंटर में फायरिंग के बाद खमरब ने खुदकुशी कर ली। इससे पहले उसने अपनी पत्नी और बेटे को भी मार डाला।
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मिली जानकारी के अनुसार, घटना को अंजाम देने वाला अपराधी एक पूर्व पुलिस अधिकारी था। लेकिन चंद महीने में ही ड्रग स्मगलिंग से जुड़ गया। इंटर ऑफिस ड्रग टेस्ट में फेल होने के बाद उसे बर्खास्त कर दिया गया। इसके बाद वो फुल टाइम ड्रग स्मगलर बन गया। एक बार उसे गिरफ्तार भी किया गया था। वो केस अब भी कोर्ट में चल रहा है। माना जा रहा है कि नौकरी से निकाले जाने की वजह से ही खमरब ने फायरिंग की।
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गौरतलब है कि थाईलैंड में इससे पहले ऐसी ही सामूहिक गोलीबारी साल 2020 में हुई थी जिसमें संपत्ति सौदे से नाराज एक सैनिक ने क 29 लोगों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस वारदात में 57 लोग घायल हुए थे हमलावर फरार हो गया था। करीब 18 घंटे बाद घटनास्थल से 60 किलोमीटर दूर पुलिस ने उसे एनकाउंटर में मार गिराया था।